हरियाणा की CM सिटी में हाईटेक पुलिस की नाक के नीचे फर्जी दस्तावेजों के आधार पर मुलाजिम कबूतरबाजी में चांदी कूट रहे हैं। यहां के बॉक्सिंग कोच सुरेंद्र ने विदेश भेजने के नाम पर लगभग 20 लाख रुपए हड़प लिए। जालसाजी के शिकार ने मुख्यमंत्री से न्याय की गुहार लगाई है।
यमुनानगर जिला के सुडेल गांव निवासी विकास ने सीएम विंडो में शिकायत दी। उन्होंने बताया कि खेल विभाग में कार्यरत बॉक्सिंग कोच सुरेंद्र चौहान द्वारा युवाओं से मोटी राशि लेकर उन्हें विदेश छोड़ने का कार्य किया जाता है। यह कोच पिछले वर्ष से लगभग 3-4 युवाओं से 15 से 20 लाख रुपए लेकर उन्हें यूके व अन्य यूरोपियन देशों में छोड़ कर आ चुका है।
जाली दस्तावेज और खेल विभाग के ट्रेनर
आरोप है कि आरोपी कोट विदेश में सेटल होने की चाह रखने वाले युवाओं के जाली दस्तावेज तैयार करवाने उपरान्त विदेश में जाने के लिए आने वाली अड़चनों को दूर कर सेटिंग करता है। इस कबूतरबाजी में खेल विभाग के अन्य 3-4 सहयोगी हैं। जो इसकी विभाग से विदेश जाने की अनुमति दिलवाने में सहायता करते हैं।
एक कर्मचारी एक वर्ष में कितनी बार जा सकता है विदेश
शिकायतकर्ता ने सवाल खड़े करते हुए लिखा है कि एक सरकारी कर्मचारी एक वर्ष के भीतर कितनी बार विदेश जा सकता है। यह भी एक सोचने वाली बात हैं। इस संबंध में जब वह कोच सुरेंद्र से मिला तो उसके द्वारा उससे भी 18 लाख रुपए की राशि की मांग की गई थी और दस्तावेज तैयार करने के लिए 50 हजार एडवांस के तौर पर लिए थे। शिकायतकर्ता के अनुसार खेल विभाग में कबूतरबाजी का कार्य करने वालों की किसी को भनक तक भी नहीं है।
विभाग में होने का उठाता है लाभ
आरोपी कोच खेल विभाग से होने का लाभ उठाता है, जिसके कारण इसे विदेशों में जाने का वीजा आसानी से मिल जाता है। शिकायत के अनुसार पीड़ित के पास आरोपी कोच की विदेश भेजने के नाम पर फोन रिकॉर्डिंग सहित अन्य दस्तावेज भी हैं।
मारपीट करने व जान से मारने की धमकी देने का मामला दर्ज
की जाएगी कार्रवाई
खेल विभाग के डायरेक्टर पंकज नैन ने कहा कि इस मामले की गहनता से जांच की जाएगी। जांच के बाद अगर कोच दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
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