टूटे रोड़ के कारण बच्चों के रिश्ते भी आने हो गए है बंद: कालोनीवासी
जाम के दौरान छात्राओं को मिला आम जनता का साथ
एस• के• मित्तल
सफीदों, नगर के सरला देवी राजकीय कन्या कालेज के टूटे हुए रास्ते से आक्रोशित कालेज छात्राओं एवं कालोनी के लोगों ने मिलकर दोपहर करीब साढ़े 12 बजे सफीदों-पानीपत मार्ग को जाम कर दिया। जाम लगने के कारण हाईवे के दोनों ओर वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग गई। जाम लगने के कारण राहगीरों व वाहन चालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। जाम की सूचना पाकर सिटी थाना प्रभारी सुरेश कुमार मौके पर पहुंचे और छात्राओं व लोगों को समझाने-बुझाने का प्रयास किया।
सफीदों, नगर के सरला देवी राजकीय कन्या कालेज के टूटे हुए रास्ते से आक्रोशित कालेज छात्राओं एवं कालोनी के लोगों ने मिलकर दोपहर करीब साढ़े 12 बजे सफीदों-पानीपत मार्ग को जाम कर दिया। जाम लगने के कारण हाईवे के दोनों ओर वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग गई। जाम लगने के कारण राहगीरों व वाहन चालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। जाम की सूचना पाकर सिटी थाना प्रभारी सुरेश कुमार मौके पर पहुंचे और छात्राओं व लोगों को समझाने-बुझाने का प्रयास किया।
स जाम को बजरंग दल के कार्यकत्र्ताओं ने भी पहुंचकर छात्राओं व कालोनीवासियों को अपना समर्थन दिया। कालेज छात्राओं का कहना था कि पिछले काफी सालों से कॉलेज के सामने वाला रोड बुरी तरह से टूटा पड़ा है। जिसकी सफीदों प्रशासन कोई सुध नहीं ले रहा है। वे कई बार प्रशासनिक अधिकारियों से मिल चुकी हैं लेकिन समस्या ज्यों की त्यों बनी हुई है। जिस समय वे कालेज में आती हैं तो रोड से धूल-मिट्टी उड़ती हैं। बारिश के दिनों में यहां भारी मात्रा में पानी व कीचड़ जमा हो जाता है।
वे चोटिल तो होती ही है साथ ही साथ उनके डे्रस भी खराब हो जाती है। उनका कहना था कि कालेज प्रशासन तो अपनी-अपनी गाडिय़ों में बैठक कालेज में प्रवेश कर जाता है लेकिन उन्हे गंदे पानी से होकर कालेज पहुंचना पड़ता है। वहीं बस्ती के लोगों का कहना था कि हर टूटे पड़े रोड़ पर हर रोज कोई ना कोई हादसा होता है तथा वाहन चालक चोटिल होता है। इस रोड़ पर स्थित कालोनी में हजारों लोग निवास करते हैं। इस मार्ग पर श्मशान घाट भी है। टूटे रोड़ व गंदे पानी के कारण मुर्दों का अंतिम संस्कार भी सुलभ नहीं है। हालात से हो गए है कि यहां के हालात देखकर उनके बच्चों के रिश्ते तक आने बंद हो गए है। अगर कोई रिश्ते के लिए आ जाता है तो वह बाहर की बाहर निकल जाता है।
यहां का शासन और प्रशासन नकारा हो चुका है तथा सत्ताधारी लोग सत्ता के नशे में चूर है। सत्ताधारी लोगों को केवल वोटों और रैलियों में लोगों को ले जाने से मतलब है। पालिका चुनावों के वक्त उम्मीदवारों ने उन्हे भरोसा दिया था कि पहली कलम से इस रोड़ का निर्माण करवाया जाएगा लेकिन पालिका के गठन को भी काफी महीने बीत चुके हैं लेकिन स्थिति जस की तस है। वे इस मामले को लेकर प्रशासन के आलाधिकारियों से कई बार मिल चुके हैं लेकिन उन्हे हर बार कोरे आश्वासन मिले हैं। उन्होंने साफ किया कि अगर इस रोड़ का निर्माण नहीं हुआ तो वे अनिश्चिख्तकालीन धरना देने को मजबूर होंगे। जाम के दौरान सिटी थाना प्रभारी सुरेश कुमार ने कहा कि उनकी एसडीएम से बात हो गई है, आगामी कुछ दिनों में इस रोड़ पर काम शुरू हो जाएगा। वहीं पालिका चेयरपर्सन प्रतिनिधि संजय बिट्टा मौके पर पहुंचकर लोगों को आश्वासन दिया कि अभी तीन-चार दिन में इस सड़क के टेंडर होने हैं जिसके बाद इस सड़क का निर्माण किया जाएगा। पालिका चेयरपर्सन प्रतिनिधि के आश्वासन पर कालेज छात्राओं व लोगों ने करीब डेढ़ बजे जाम खोल दिया। जाम खुलने के बाद राहगीरों व वाहन चालकों ने राहत की सांस ली।
जाम के दौरान बनी तनाव की स्थिति
जाम के दौरान कई बार तनाव की स्थिति बनती नजर आई। राहगीर व वाहन चालक प्रदर्शनकारी लोगों से बहस करते हुए दिखाई पड़े। वाहन चालकों का कहना था कि अगर सड़क का निर्माण नहीं हो रहा है तो उनका क्या कसूर है। अगर कोई समस्या है तो प्रशासन के दफतर के बाहर धरना देकर बैठो ताकि समस्या का समाधान हो। सड़क को जाम करना किसी समस्या का समाधान नहीं है।
जाम के कारण लोगों खासकर किसी विशेष कार्य के लिए जाने वाले व बीमार लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जाम के दौरान एक दिल्ली से सफीदों के बीच चलने वाली रोडवेज बस चालक ने अपनी बस को चलाने की कोशिश की तो उसे आक्रोशित लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा। बस चालक व लोगों के बीच काफी कहासुनी हुई।