एसडीएम सत्यवान मान ने राजकीय मॉडल संस्कृति स्कूल का किया औचक निरीक्षण

स्कूल स्टाफ को दिए पीने के पानी व साफ-सफाई पर ध्यान देने के निर्देश
एसडीएम सत्यवान मान ने बच्चों से बात करके जानी उनकी समस्याएं
स्कूल में बच्चों से घास उखड़वाने का आया था मामला सामने

एस• के • मित्तल   
सफीदों,       नगर के राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ट माध्यमिक विद्यालय में बच्चों से घास उखड़वाने का मामला सामने आने के बाद सफीदों प्रशासन एक्शन में आ गया है। सफीदों के एसडीएम सत्यवान मान ने शुक्रवार को इस विद्यालय का औचक निरीक्षण किया। इस मौके पर बीईओ दलबीर मलिक व स्कूल के कार्यकारी प्राचार्य चैन सिंह भी विशेष रूप से मौजूद थे। एसडीएम सत्यवान मान ने सभी कक्षाओं में जाकर जानकारी हासिल की कि किसी बच्चे को किसी प्रकार की दिक्कत तो नहीं है। इसके अलावा पीने के पानी, साफ-सफाई व पढ़ाई के बारे में भी जानकारी ली। बच्चों को संबोधित करते हुए एसडीएम सत्यवान मान ने कहा कि जीवन में शिक्षा के बराबर दूसरा कोई आभूषण नहीं है। इसे ग्रहण करके विद्यार्थी परिवार व समाज का नाम रोशन कर सकता है तथा अपना व्यक्तित्व सवार सकता है।
बच्चों को उच्च लक्ष्य निर्धारित करके वांछित मुकाम हासिल करने के लिए शिक्षा प्राप्त करने का हरसंभव प्रयास करना चाहिए। उन्होंने अध्यापकों को भी निर्देश दिए कि बच्चों को पूरी निष्ठा व लग्न से पढ़ाई करवाएं। स्कूल में पीने के पानी व साफ-सफाई का विशेष रूप से ध्यान रखें। बता दें कि इस स्कूल में बच्चों से घास उखड़वाने व कुड़ा-कर्कट उठवाने का मामला सामने आया था। इस उपमंडल के गांव सिंघाना के सोनू कुमार ने स्कूल प्रशासन के खिलाफ सिटी थाना सफीदों, मुख्यमंत्री, शिक्षामंत्री, उपायुक्त व महिला एवं बाल विकास विभाग मुख्यालय को नाबालिग स्कूली बच्चों से शारीरिक मेहनत का काम लिए जाने, भीषण गर्मी में उन्हें यातना देते हुए उन्हें कांग्रेस घास जैसे हानिकारक खरपतवार के संपर्क में आने को विवश किए जाने तथा उनकी पढ़ाई को बाधित किए जाने के आरोपों के साथ शिकायत भेजकर उपयुक्त कानूनी प्रावधानों के तहत कार्रवाई की मांग की थी।
इस शिकायत पर चाइल्ड हेल्पलाइन की टीम में शामिल परमजीत सिंह व सुरेश कुमार ने स्कूल में पहुंचकर यहां की व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया था। टीम को कुछ बच्चों ने बताया था कि उन्होंने अध्यापकों के कहने पर घास काटी थी। इसके अलावा इस टीम ने दौरे के दौरान पाया कि स्कूल में कक्षाओं में अलग-अलग से मटके रखे हुए थे। बच्चों ने बताया कि ये मटके अध्यापकों ने अपने लिए रखे हुए है तथा वे उन्हे इन मटकों में से पानी नहीं पीने देते हैं। टीम को कक्षाओं में पंखे ज्यादातर खराब पड़े मिले तथा बच्चे नीचे बैठकर पढ़ाई कर रहे थे। टीम ने बच्चों के खाने के लिए बनाए गए मिड डे मील का निरीक्षण किया तो पाया कि बनाया जा रहे खाने की क्वालिटी काफी हलकी थी।
वहीं खाना बनाते समय बीच में ही गैस का सिलेंडर खत्म हो गया। इस मामले में चाइल्ड हेल्प लाइन की टीम ने एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार करके उच्चाधिकारियों को भेजी थी। इसके अलावा अलग-अलग पानी के घड़े रखने व उनमें से बच्चों को पानी ना पीने देने के मामले में एससी आयोग ने भी कड़ा संज्ञान लिया है। आयोग ने डीसी जींद और एसपी से इस मामले में जल्द उन्हें रिपोर्ट सौंपने के आदेश दिए हैं।

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