स्कूल का वार्षिकोत्सव व पारितोषिक वितरण समारोह संपन्न
एस• के• मित्तल
सफीदों, नगर के हरियाणा सीनियर सैकेंडरी स्कूल का वार्षिकोत्सव एवं पारितोषिक वितरण समारोह बुधवार को धूमधाम से मनाया गया। इस समारोह में बतौर मुख्यातिथि एएसपी जींद हर्ष वर्मा व अति विशिष्टातिथि के तौर पर एसडीएम सफीदों सत्यवान सिंह मान ने शिकरत की। कार्यक्रम की अध्यक्षता स्कूल के चेयमैन बलबीर सिंह सैनी ने की। स्कूल के डायरेक्टर राजेश सैनी ने आए हुए अतिथियों का अभिनंदन व स्वागत किया।
सफीदों, नगर के हरियाणा सीनियर सैकेंडरी स्कूल का वार्षिकोत्सव एवं पारितोषिक वितरण समारोह बुधवार को धूमधाम से मनाया गया। इस समारोह में बतौर मुख्यातिथि एएसपी जींद हर्ष वर्मा व अति विशिष्टातिथि के तौर पर एसडीएम सफीदों सत्यवान सिंह मान ने शिकरत की। कार्यक्रम की अध्यक्षता स्कूल के चेयमैन बलबीर सिंह सैनी ने की। स्कूल के डायरेक्टर राजेश सैनी ने आए हुए अतिथियों का अभिनंदन व स्वागत किया।
समारोह का शुभारंभ अतिथियों द्वारा मां सरस्वती प्रतीमा के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलित करके किया गया। स्कूल की प्रिंसिपल संगीता भाटिया ने स्कूल की वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की। कार्यक्रम में स्कूली बच्चों ने दर्जन भर धार्मिक व सामाजिक मुद्दों से जुड़े रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों का प्रस्तुतिकरण किया। अतिथियों ने पढ़ाई व स्कूल की अन्य गतिविधियों में अव्वल आने वाले बच्चों को पुरस्कार व प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया गया। अपने संबोधन में एएसपी हर्ष वर्मा व एसडीएम सत्यवान सिंह मान ने कहा कि अगर हमारा बचपन मंच पर अपनी प्रतिभा दिखाने में सफल होता है तो भविष्य भी उज्ज्वल होगा। पढ़ाई के साथ-साथ बच्चों की मानसिक शक्ति का विकास करना बेहद जरूरी है। इस प्रकार के आयोजन इस कार्य में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
उन्होंने बच्चों से कहा कि उन्हे स्कूल शिक्षा के साथ-साथ अच्छे इंसान पहले बनना है। क्योंकि एक अच्छा इंसान ही स्वच्छ व समृद्व समाज का निर्माण कर सकता है। उन्होंने कहा कि भावनात्मक लगाव से ही माता-पिता अपने बच्चों को मनोवैज्ञानिक तौर पर सशक्त बना सकते हैं। हमें बच्चों की आजादी को सीमित नहीं करना बल्कि बाल्यावस्था से ही उनकी सही व गलत की समझ विकसित करनी होगी। उन्होंने सफल जीवन के लिए करेज, कॉन्फिडेंस, कंसिस्टेंट, कॉन्शियसनेस, कमिटमेंट, क्यूरियोसिटी, केयरफुलनेस के बारे में बताते हुए कहा कि यह इस बात पर निर्भर करता है कि कौन इन शब्दों का महत्व किस नजरिए से समझता है और अपने जीवन में ढाल लेता है। कार्यक्रम के समापन पर अतिथियों को स्मृति चिन्ह से नवाजा गया