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मानसिक रूप से परेशान बताया जा रहा है टीचर
हांसी ब्रांच नहर में अध्यापक की तलाश जारी
नहर में नहीं मिला अध्यापक हरिदास
एस• के• मित्तल
सफीदों, नगर के बीचोबीच बह रही हांसी ब्रांच नहर में उपमंडल के गांव खेड़ा खेमावती गांव के राजकीय स्कूल में कार्यरत्त अध्यापक हरिदास डूब गया। नहर के आसपास डेरों में रहे लोगों ने इसकी सूचना गांव के सरपंच रिंकू को दी। जिस पर सरपंच ने डायल 112 व पुलिस को मौके पर बुलाया। सूचना पाकर डीएसपी आशिष कुमार व सदर थाना प्रभारी बलजीत सिंह मौके पर पहुंचे और घटनास्थल का मुआयना किया।
नहर के किनारे पर अध्यापक का सामान भी बरामद हुआ है। इसके अलावा उसके टिफन में एक पुड़िया व कुछ संदिग्ध पदार्थ घुला हुआ मिला है। ऐसी आशंका जताई जा रही है कि अध्यापक ने अपने टिफन के खाने में कुछ पदार्थ मिलाकर उसे खाकर नहर में कूद लगा दी हो। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है और अध्यापक की नहर में तलाश की जा रही है। मिली जानकारी के अनुसार उपमंडल के गांव खेड़ा खेमावती के राजकीय स्कूल में पिछले कई वर्षों से बतौर टीचर कार्यरत्त एवं जींद की शिव कालोनी का निवासी हरिदास बुधवार सुबह जींद से स्कूल के लिए घर से आया था और वह सुबह करीब 8 बजे नगर के बाईपास पर उतर गया और वहां से वह पैदल चलते हुए बीच में पड़ने वाली हांसी ब्रांच नहर की कच्ची पटरी पर आकर बैठ गया। हरिदास ने यहां पर अपनी चप्पल, घड़ी, पर्स, डायरी के अलावा अपना बैग व लंच बॉक्स रख दिया और नहर में डूब गया।
यह सारा माजरा नहर के साथ लगते गांव रामपुरा के एक निवासी ने देख लिया। उस ग्रामीण ने सारी जानकारी गांव के सरपंच रिन्कू को दी। सूचना पाकर सरपंच मौके पर पहुंचा और डायल 112 व पुलिस को सूचित किया। सूचना पाकर डीएसपी आशिष कुमार व एसएचओ बलजीत सिंह पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और मामले की जानकारी ली। वहीं सूचना पाकर उसके स्कूल के अन्य अध्यापक व परिजन भी मौके पर पहुंचे और टीचर हरिदास के सामान की शिनाख्त की। उसके बाद नहर में अध्यापक हरिदास की तलाश शुरू की। वहीं पुलिस व परिजनों ने गांव मुआना के हैड पर जाकर हरिदास को तलाशा लेकिन पानी की अधिकता के कारण उसका कोई सुराग नहीं लगा।
पैदल जाते हुए हरिदास को देखा गया
अध्यापक हरिदास सफीदों में बाईपास पर उतर गया और पैदल-पैदल चलने लगा। वहीं उसके अन्य अध्यापक साथी भी वहां से व्हीकलों में बैठकर गुजरे। उन्होंने देखा कि अध्यापक हरिदास पैदल-पैदल जा रहा है। उन्होंने उसे फोन मिलाया लेकिन हरिदास ने उनका फोन रिसिव नहीं किया। अध्यापकों ने इसकी सूचना उसके परिजनों को दी। परिजनों ने भी हरिदास को कई फोन मिलाए लेकिन उसने उनका भी फोन नहीं उठाया और कुछ समय बाद उनको उसके नहर में डूबने की सूचना मिली। परिजनों के अनुसार अध्यापक हरिदास मानसिक रूप से परेशान रहता था।
कोई संदिग्ध पदार्थ खाकर नहर में कूदने की जताई जा रही है आशंका
अध्यापक हरिदास के द्वारा खाने में कोई संदिग्ध पदार्थ खाकर नहर में सुसाईड के लिए कूदने की आशंका जताई जा रही है। पुलिस ने उसके सामान व टिफन के पास से एक पुड़िया मिली है और उसके खाने में भी कुछ पदार्थ मिला हुआ दिखाई दिया है। हो सकता है कि कुछ संदिग्ध पदार्थ खाकर हरिदास ने इस खौफनाक कदम को उठाया हो। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।
अध्यापक हरिदास हर रोज लिखता था डायरी
पता चला है कि अध्यापक हरिदास हर रोज डायरी लिखता था। इस डायरी में वह अपने घर, स्कूल व अन्य प्रकार की गतिविधियां हर रोज लिखता था। हरिदास जो सामान नहर की पटरी पर छोड़कर गया है। उसमें एक डायरी भी मिली बताई गई है। हो सकता है कि इस डायरी में उसने इस उठाए गए खौफनाक कदम के बारे में भी लिखा हो, कि उसे किसी ने प्रताडित किया हो या किसी अन्य किसी प्रकार की परेशानी में हो, यह एक जांच का विषय है। पुलिस इस मामले में हर पहलू को ध्यान में रखकर जांच कर रही है।
क्या कहते हैं डीएसपी आशिष कुमार
इस मामले में डीएसपी आशिष कुमार ने कहा कि अध्यापक के नहर में कूदने की सूचना उन्हे मिली थी। परिजनों ने नहर की पटरी पर मिले सामान की शिनाख्त कर ली है। परिजनों के अनुसार अध्यापक हरिदास मानसिक रूप से परेशान बताया गया है। पुलिस हर एंगल से जांच कर रही है। फिलहाल टीचर हरिदास का कोई आत-पता नही है क्योंकि नहर में पानी की मात्रा ज्यादा है। नहर में हरिदास की तलाश जारी है।
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