रजिस्ट्री की नकल देते समय आईडी पर मास्क्ड स्टैंप लगाना भी कारगर नहीं हुआ तो सरकार को मजबूरन जमाबंदी डाॅट एनआईसी डॉट इन पोर्टल को बंद करना पड़ा, क्योंकि रजिस्ट्री होने के बाद शातिर पोर्टल से आधार कार्ड, पैन कार्ड और अंगूठे का कलोन बनाकर लोगों के खाते से पैसा चुरा रहे थे। रजिस्ट्री के बाद लोगों के खाते से पैसे चुराने का खेल करीब 6 माह से चल रहा है। लोग जैसे ही रजिस्ट्री कराते हैं, उसके 1-2 दिन बाद ही उनके खाते से पैसे निकलने लगे। रजिस्ट्री होने के बाद पोर्टल पर प्राॅपर्टी बेचने व खरीदने वाले दोनों के आईडी प्रूफ पूरी तरह से शो होते हैं, जिनमें आधार कार्ड नंबर, पैन कार्ड और अंगूठे लगते हैं। रजिस्ट्री में अंगूठे के निशान जरूरी होने के कारण शातिर इनका क्लोन तैयार कर रहे हैं और फिर लोगों के खाते से पैसे निकाल रहे हैं।
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मास्क्ड स्टैंप भी कारगर नहीं हुई
रजिस्ट्री की नकल कोई भी व्यक्ति 10 रुपए का एफिडेविट देकर ले सकता है। इसके लिए प्राॅपर्टी मालिक का एफिडेविट जरूरी नहीं है। दो माह पहले जब सिटी तहसील में खाते से चोरी केस आए तो तहसीलदार ने रजिस्ट्री में आईडी पर मास्क्ड स्टैंप लगाकर देना शुरू किया था, लेकिन पोर्टल पर रजिस्ट्री ऑनलाइन होने के कारण इस चोरी को रोका नहीं जा सका।
बायोमीट्रिक के जरिए निकालते हैं पैसा
साइबर सेल के आईओ ने बताया कि शातिर अंगूठे का कलोन बनाकर बायोमीट्रिक के जरिए पैसा निकालते हैं। इससे ओटीपी नहीं आएगा और पैसे निकल जाएंगे। किसी को पता भी नहीं चलता कि पैसे कटे कैसे।
रजिस्ट्री अपलोड न करने को लिखा है…
तहसीलदार ने पोर्टल पर रजिस्ट्री को अपलोड न करने के लिए लेटर लिखा था, ताकि फिंगर प्रिंट चोरी न हो। सरकार ने रोक भी लगा दी है। सिक्योरिटी-वे अपनाकर पोर्टल पर आईडी और अंगूठे के निशान को हटाया जाएगा। सिर्फ वहां पर बेचने व खरीदने वाले का नाम होगा। -दर्शन कुमार, एसडीएम, अम्बाला सिटी
रेवाड़ी में नशा देकर युवक की पीटकर हत्या: चौबारे में मिला शव; मुंह-नाक से निकला था खून, 3 दोस्तों पर FIR
बैंक खाते से 90 हजार चोरी हो चुके
इंद्रपुरी काॅलोनी में ताराचंद ने घर की 15 दिन पहले रजिस्ट्री कराई थी। उनके खाते से पहले 10 हजार, फिर 20-20 हजार कर पैसे निकल गए। कुल 90 हजार रुपए निकल चुके हैं। ये पैसा बिहार में ट्रांसफर किया गया।
खाते से 4 बार में 52 हजार रुपए ट्रांसफर बराड़ा में एक व्यक्ति ने रजिस्ट्री कराई थी। कुछ दिन में उनके खाते से 4 बार में 52 हजार रुपए ट्रांसफर हो गए। व्यक्ति के पास ओटीपी नहीं आया। ये पैसा महाराष्ट्र में ट्रांसफर हुआ है।
पैसे निकलें तो 1930 पर शिकायत दर्ज कराएं: अगर किसी का पैसा बैंक से निकलता है तो वह 24 घंटे में 1930 नंबर पर फोन करें। साइबर सेल के पास फोन पहुंचते ही शातिर ने जो पैसा ट्रांसफर किया है, खाता वहीं फ्रिज हो जाएगा। पैसा वापस आ जाता है।
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सरकार को बंद करना पड़ा पाेर्टल: रजिस्ट्री करने के बाद प्रॉपर्टी विक्रेता और खरीदार के खातों से लगातार हो रही रकर चाेरी
रजिस्ट्री की नकल देते समय आईडी पर मास्क्ड स्टैंप लगाना भी कारगर नहीं हुआ तो सरकार को मजबूरन जमाबंदी डाॅट एनआईसी डॉट इन पोर्टल को बंद करना पड़ा, क्योंकि रजिस्ट्री होने के बाद शातिर पोर्टल से आधार कार्ड, पैन कार्ड और अंगूठे का कलोन बनाकर लोगों के खाते से पैसा चुरा रहे थे। रजिस्ट्री के बाद लोगों के खाते से पैसे चुराने का खेल करीब 6 माह से चल रहा है। लोग जैसे ही रजिस्ट्री कराते हैं, उसके 1-2 दिन बाद ही उनके खाते से पैसे निकलने लगे। रजिस्ट्री होने के बाद पोर्टल पर प्राॅपर्टी बेचने व खरीदने वाले दोनों के आईडी प्रूफ पूरी तरह से शो होते हैं, जिनमें आधार कार्ड नंबर, पैन कार्ड और अंगूठे लगते हैं। रजिस्ट्री में अंगूठे के निशान जरूरी होने के कारण शातिर इनका क्लोन तैयार कर रहे हैं और फिर लोगों के खाते से पैसे निकाल रहे हैं।
आंतरिक ओडिशा में, एक 71 वर्षीय हॉकी कोच ने ग्रूम चैंपियंस को व्यापार बेच दिया, भूमि गिरवी रख दी
मास्क्ड स्टैंप भी कारगर नहीं हुई
रजिस्ट्री की नकल कोई भी व्यक्ति 10 रुपए का एफिडेविट देकर ले सकता है। इसके लिए प्राॅपर्टी मालिक का एफिडेविट जरूरी नहीं है। दो माह पहले जब सिटी तहसील में खाते से चोरी केस आए तो तहसीलदार ने रजिस्ट्री में आईडी पर मास्क्ड स्टैंप लगाकर देना शुरू किया था, लेकिन पोर्टल पर रजिस्ट्री ऑनलाइन होने के कारण इस चोरी को रोका नहीं जा सका।
बायोमीट्रिक के जरिए निकालते हैं पैसा
साइबर सेल के आईओ ने बताया कि शातिर अंगूठे का कलोन बनाकर बायोमीट्रिक के जरिए पैसा निकालते हैं। इससे ओटीपी नहीं आएगा और पैसे निकल जाएंगे। किसी को पता भी नहीं चलता कि पैसे कटे कैसे।
रजिस्ट्री अपलोड न करने को लिखा है…
तहसीलदार ने पोर्टल पर रजिस्ट्री को अपलोड न करने के लिए लेटर लिखा था, ताकि फिंगर प्रिंट चोरी न हो। सरकार ने रोक भी लगा दी है। सिक्योरिटी-वे अपनाकर पोर्टल पर आईडी और अंगूठे के निशान को हटाया जाएगा। सिर्फ वहां पर बेचने व खरीदने वाले का नाम होगा। -दर्शन कुमार, एसडीएम, अम्बाला सिटी
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बैंक खाते से 90 हजार चोरी हो चुके
इंद्रपुरी काॅलोनी में ताराचंद ने घर की 15 दिन पहले रजिस्ट्री कराई थी। उनके खाते से पहले 10 हजार, फिर 20-20 हजार कर पैसे निकल गए। कुल 90 हजार रुपए निकल चुके हैं। ये पैसा बिहार में ट्रांसफर किया गया।
खाते से 4 बार में 52 हजार रुपए ट्रांसफर बराड़ा में एक व्यक्ति ने रजिस्ट्री कराई थी। कुछ दिन में उनके खाते से 4 बार में 52 हजार रुपए ट्रांसफर हो गए। व्यक्ति के पास ओटीपी नहीं आया। ये पैसा महाराष्ट्र में ट्रांसफर हुआ है।
पैसे निकलें तो 1930 पर शिकायत दर्ज कराएं: अगर किसी का पैसा बैंक से निकलता है तो वह 24 घंटे में 1930 नंबर पर फोन करें। साइबर सेल के पास फोन पहुंचते ही शातिर ने जो पैसा ट्रांसफर किया है, खाता वहीं फ्रिज हो जाएगा। पैसा वापस आ जाता है।
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