कोर्ट ने कांग्रेस नेताओं को 28 मार्च को MP/MLA कोर्ट में पेश होने का आदेश दिया है।
कर्नाटक के CM सिद्धारमैया, डिप्टी CM डीके शिवकुमार और कांग्रेस नेता राहुल गांधी को कर्नाटक की अदालत ने शुक्रवार (23 फरवरी) को समन जारी किया है। कांग्रेस ने कर्नाटक की BJP वाली पिछली सरकार पर ’40 फीसदी कमीशन’ लेने का आरोप लगाया था, जिसके विरोध में BJP ने कोर्ट का रुख किया था।
पिछले साल कर्नाटक विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस ने अपने अभियान में पूर्व CM बसवराज बोम्मई की तस्वीर वाले ‘PayCM’ लिखे पोस्टर लगाए थे। इसमें QR कोड शामिल था, जिसे स्कैन करने पर ’40 प्रतिशत सरकार’ वाली वेबसाइट खुलती थी। कांग्रेस का दावा था कि बीजेपी के शासन के दौरान 40 फीसदी कमीशन लिया जाता था।
कांग्रेस का दावा था किया कि BJP सरकार ने 40% कमीशन रेट को मॉडल बना दिया था। BJP की कानूनी इकाई के एक वकील विनोद कुमार ने अभियान को लेकर कांग्रेस नेताओं के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई, जिसमें अदालत ने आज समन जारी किया है।
कोर्ट ने कांग्रेस नेताओं को 28 मार्च को MP/MLA कोर्ट में पेश होने का आदेश दिया है। वहीं, पिछले हफ्ते इसी मामले में कर्नाटक हाईकोर्ट ने राज्य सरकार से ’40 प्रतिशत कमीशन’ के आरोपों की जांच 6 सप्ताह के अंदर पूरी करने का आदेश दिया था।
कर्नाटक में PayCM के पोस्टर लगाए गए थे, इसमें पूर्व CM बसवराज बोम्मई की तस्वीर थी।
कर्नाटक: 40% कमीशन के आरोपों की न्यायिक जांच होगी, हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज इसे लीड करेंगे
कर्नाटक विधानसभा चुनाव के पिछले साल बेलगावी में एक सभा के दौरान राहुल गांधी ने कहा था- कर्नाटक सरकार देश की सबसे भ्रष्ट सरकार है, कुछ भी करवाना हो तो 40% कमीशन देना पड़ता है। ये देश किसी एक का नहीं है, अडाणी का नहीं है। देश गरीबों और किसानों का है।
वहीं, कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद सीएम सिद्धारमैया ने BJP की पूर्व सरकार पर लगे 40 प्रतिशत कमीशन के भुगतान के आरोपों की न्यायिक जांच के भी आदेश दे दिए थे। राज्य सरकार ने रिटायर्ड हाईकोर्ट जज नागमोहन दास के नेतृत्व में एक कमेटी का गठन किया था।
कर्नाटक में बनी थी पूर्ण बहुत की सरकार, कांग्रेस ने जीती थीं 135 सीटें
कर्नाटक में कांग्रेस ने 224 में से 135 सीटों पर जीत दर्ज की थी। वहीं, BJP सिर्फ 66 सीटों पर सिमट गई थी। पिछले 34 साल में राज्य में कांग्रेस की यह सबसे बड़ी जीत थी। इससे पहले साल 1989 में कांग्रेस ने 178 सीटें जीती थीं और भाजपा को महज 4 सीटें मिली थीं। इस जीत के साथ ही अब दक्षिण के किसी भी राज्य (कर्नाटक, केरल, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश तमिलनाडु) में BJP की सरकार नहीं रह गई।