अपने आप को स्वास्थ्य अधिकारी बताकर ऑनलाईन निकाली राशी

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आशा वर्कर ने साईबर सैल व एसएमओ सफीदों को दी शिकायत

एस• के• मित्तल 
सफीदों,        सफीदों क्षेत्र में आशा वर्करों के पास फोन करके ऑनलाईन ठगी का मामला सामने आया है। इस संबंध में गांव हाट की एक आशा वर्कर राजबाला व पीडि़त ग्रामीण राहुल ने साईबर सैल व एसएमओ सफीदों को शिकायत दी है। शिकायत में राजबाला ने कहा कि उसके पास 15 जनवरी की दोपहर को दिल्ली में स्वास्थ विभाग का अपने आप को कर्मचारी बताकर एक व्यक्ति का फोन आता है।
वह व्यक्ति उससे टीकाकरण की जानकारी भी लेता है। उस व्यक्ति के पास गांव का कई परिवारों का भी डाटा भी था। वह एक परिवार के चार लोगों को कांफ्रेंस के माध्यम से फोन लाइन पर जोड़ लेता है। आशा वर्कर राजबाला को डांट लगाते हुए कहता है कि उसने सरकार की स्कीम के तहत इन लोगों को अब तक पैसे क्यों नहीं दिलवाएं और कहता है कि वह तीन दिन से इस कार्य में लगा हुआ है औरन इन लोगों को सरकार की ओर से दूसरी लड़की पैदा होने के लिए 14 हजार रुपए मिलने है। गांव हाट के राहुल को व्यक्ति उसके फोन पर एक मैसेज रिसिव करने के लिए भेजता है। राहुल उस मैसेज को रिसिव कर लेता है।
वह व्यक्ति उसके बाद फिर से एक मैसेज भेजकर रिसिव करने के लिए भेजता है। जिसे राहुल रिसिव कर लेता है। वह व्यक्ति उसके पास फिर से तीसरी बार मैसेज भेजता है लेकिन वह मैसेज रिसिव के दौरान फेल हो जाता है लेकिन राहुल के खाते में दस हजार रुपए होने की वजह से ट्रांजेक्शन फेल हो जाती है। जब राहुल के पास बैंक का मैसेज आता है की अकाऊंट से दस हजार रुपए निकल गए तब राहुल को समझ में आता है कि उसके साथ ठगी हो चुकी है। इस संबंध में एक शिकायत उसने साईबर सैल व एसएमओ सफीदों को दी है।
इस मामले में स्वास्थ विभाग के डा. विकास गुप्ता का कहना है कि स्वास्थ विभाग कभी इस तरह की काल नहीं करता। उन्होंने लोगों से अनुरोध किया कि वे अपना निजी डाटा किसी को न दें। उन्होंने आशा वर्करों को हिदायत दी कि जब भी इस तरह की काल उनके पास आए तुरंत अपने सिनियर अधिकारी को सुचित करें।
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