देश मे महिला शिक्षा की अलख माता सावित्री बाई फुले ने जगाई: विजयपाल सिंह सावित्री बाई फुले को उनकी 193वीं जयंती पर किया नमन

एस• के• मित्तल   
सफीदों,  नगर के आहलूवालिया स्ट्रीट स्थित भाजपा कार्यालय में माता सावित्रीबाई फूले का 193वां जन्मदिवस हर्षोल्लास से मनाया गया। इस अवसर पर भाजपा प्रदेश प्रवक्ता व हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के पूर्व सदस्य एडवोकेट विजयपाल सिंह ने माता सावित्रीबाई फूले की प्रतिमा पर माल्यार्पण करके उनको नमन किया। अपने संबोधन में एडवोकेट विजयपाल सिंह ने कहा कि हमारे देश में पहली महिला शिक्षिका सावित्री बाई फूले ने लड़कियों के लिए वर्ष 1848 में पहला स्कूल खोलकर क्रांतिकारी बदलाव की शुरुआत की थी।
उन्होंने कहा कि महान शिक्षाविद् व समाज सुधारिका सावित्रीबाई फूले ने अपने पति ज्योतिबाफुले के साथ मिलकर महिलाओं को उनके अधिकार दिलाने में बड़ी भूमिका निभाई थी। इन्हें भारत में नारीवादी आंदोलन का अगुवा माना जाता है। सावित्री बाई फुले का जीवन अत्यंत संघर्षपूर्ण रहा है। भारत में जब स्कूल कॉलेज ही बहुत कम संख्या में थे, तब इन्होंने लड़कियों की शिक्षा के महत्व को देखते हुए 1848 में भिडे वाडा पुणे में लड़कियों के स्कूल की स्थापना की थी। उन्होंने जाति और जेंडर आधारित भेदभाव को खत्म कराने के लिए प्रयास भी किया।
ऐसे महान समाज सेवकों के बलिदान के कारण की हमारा देश आगे बढ़ पाया है। इस अवसर पर पूर्व नगरपालिका प्रधान सेवा राम सैनी, रामरती वर्मा, गीता बिटानी, सरोज भाटिया, सरोज सैनी, गुरप्रीत नत, पार्षद सोनिका, राजबीर खेड़ा खेमावती, गुलाब धीमान, ईश्वर सैनी, पालाराम यादव आदि विशेष रूप से मौजूद थे।

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