हरियाणा में झज्जर के गांव समसपुर माजरा के ग्रामीण शुक्रवार को DC से डूबी हुई फसल का मुआवजा तथा मोबाइल टॉयलेट की मांग को लेकर मिलने पहुंचे। ग्रामीणों ने बताया कि उनके गांव में बरसाती पानी इतना जमा हो गया है कि कहीं भी आने जाने के लिए रास्ता नहीं बचा है। करीब 3 साल से उनके गांव में खेती नहीं हुई है और फिर से दोबारा बारिश के पानी के कारण उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
ग्रामीण पूर्ण सिंह ने बताया कि हमारे गांव से पहले साबी नदी गुजरती थी। जिसके लिए गांव द्वारा जमीन छोड़ी गई थी, लेकिन सरपंच ने अपनी सुविधा के लिए उसको बंद करवा दिया। अब उनके गांव में अहरी खुड्डन खेड़ा छपार, सरोला, सुबाना, कन्होरी, बाबेपुर तथा जटवाड़ा का बरसाती पानी आता है।
3 साल से नहीं हुई खेती
ग्रामीण लखीराम और अतर सिंह ने बताया कि करीब 3 साल से गांव में किसान खेती नहीं कर पा रहे हैं। जिसके कारण उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। गांव में पशुओं के लिए चारा भी नहीं रहा है और पीने के पानी की भी गांव में दिक्कत बनी हुई है।
मोबाइल टॉयलेट बनवाने की मांग
गांव में ज्यादा बरसाती पानी जमा होने के कारण जमीन में पानी का स्तर ऊपर हो गया है। जो उनके घरों में शौचालय बने हुए हैं उनमें भी पानी ऊपर आ चुका है। ग्रामीणों को शौच जाने में भी दिक्कतें होती हैं क्योंकि गांव में चारों तरफ पानी भरा हुआ है।
ग्रामीणों ने बताया कि इससे पहले भी वह डीसी को शिकायत दे चुके हैं और आज दोबारा से उनसे इन मांगों को लेकर मिलने पहुंचे हैं। उन्होंने जिला प्रशासन से गुहार लगाई है कि गांव में उचित गिरदावरी करवाकर ग्रामीणों को मुआवजा दिया जाए और पानी निकासी के पुख्ता प्रबंध प्रशासन द्वारा कराए जाएं।