हरियाणा के जिले करनाल के पशुपालाको के लिए राहत की खबर ये है कि अब करनाल जिले में लंपी वायरस ढीला पड़ने लगा है। 50 प्रतिशत संक्रमित पशु ठीक हो रहे है। वहीं पहले जहां हर रोज 100 से 90 पशु प्रतिदन संक्रमित होते थे, उनकी संख्या में भी अब घट कर 20 से 25 रह गई है। यानी अब 8 हजार में से 4 हजार पशु ठीक हो चुके है।
करनाल में कमजोर हुआ लंपी वायरस: पशुपालकों को राहत, 50 प्रतिशत पशु हुए ठीक, 77400 को लगी डोज
वहीं संक्रमण पर पूरी तरह नियंत्रण को लेकर ग्रामीण व शहरी एरिया में नियमित रूप से फॉगिंग के आदेश विभाग की तरफ से जारी किए गए है। ताकि मक्खी-मच्छर न पनपे। क्योंकि इनके पनपने से वायरस के फैलने की संभावना अधिक रहती है।
1 लाख 20 हजार में से 77400 को लगी डोज
बीते दिनों करनाल में कुल 1 लाख 20 हजार डोज थी, मंगलवार देर शाम तक जिले भर के 77400 पशुओं स्वस्थ पशुओं को डोज लगा दी गई है। विभाग का दावा है कि आगामी 5 दिनों में पूरे जिले की स्वस्थ गायो को यह डोज लग जाएगी। वहीं पशुपालन विभाग की ओर पशुओं के उपचार के लिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है और मृत पशु को खुले में न डालने को लेकर भी आवश्यक निर्देश जारी किए गए हैं।
स्वस्थ गायो को डोज लगाती विभाग की टीम।
अब तक अब तक 20 पशुओं की मौत
एक सप्ताह पहले लंपी वायरस ने जिले में एक बार विकराल रूप धारण कर गया था। संक्रमित हो चुके पशुओं का आंकड़ा 8 हजार पार गया। 20 पशुओं की वायरस के कारण दम तोड़ गए थे। विभाग के अधिकारियों की मानें तो जो पशु एक बार लंपी वायरस की गिरफ्त में आ गया, उसके दोबारा बीमार होने की संभावना भी न के बराबर है। क्योंकि उसमें रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती है।
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जानकारी देते पशु पालन विभाग के उपनिदेशक।
अब स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में
पशुपालन विभाग के उपनिदेशक धर्मेंद्र ने कहा कि लंपी वायरस को लेकर जिले में स्थिति पूरी तरह नियंत्रित है। प्रतिदिन मिलने वाले केसों की संख्या में काफी गिरावट है जबकि रिकवरी दर बढ़ रही है। बावजूद इसके पशुपालन एहतियात बरतें। यदि लक्षण दिखाई दें तो तुरंत नजदीकी पशुधन केंद्र पर संपर्क करें। विभाग के पास पर्याप्त दवाइयां उपलब्ध है।