सिरसा. 31 मई से 24 राज्यों में पेट्रोल डीजल की किल्लत हो सकती है. पेट्रोल पंप मालिकों ने 31 मई से ऑयल डिपो से पेट्रोल डीजल नहीं खरीदने का फैसला किया है. पंप मालिकों ने पेट्रोल डीजल बेचने पर कमीशन बढ़ाये जाने की मांग कर रहे हैं जिसमें बीते 5 सालों से कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है. इसके अलावा पेट्रोल पंप संचालक वैट टेक्स कम करने की मांग भी लगातार ऑयल कंपनी से लगातार कर रहे हैं लेकिन उनकी मांगों को दरकिनार पिछले कई सालों से किया जा रहा है.
पेट्रोल पंप संचालक योगेश शर्मा ने बताया कि वह वैट टेक्स में कमी की मांग को लेकर लगातार में पिछले काफी समय से पेट्रोल डीजल कंपनी के अधिकारियों से गुहार लगा रहे हैं. लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हो रही है. उन्होंने कहा कि पिछले 5 सालों से पेट्रोल डीजल बेचने की सूरत में उनको कम कमीशन दिया जाता है जिससे उनका गुजारा करना काफी मुश्किल हो गया है.
उन्होंने मांग की है कि ऑयल कंपनी के अधिकारी जल्द से जल्द पेट्रोल डीजल बेचने पर कमीशन को बढ़ाया जाए. उन्होंने कहा कि आज 31 मई को उनके पंप पर पेट्रोल का सिर्फ 10 हजार लीटर का स्टॉक शेष बचा है जबकि डीजल का 20 हजार लीटर स्टॉक शेष है जिससे आज पेट्रोल और डीजल की खपत हो सकती है. उन्होंने कहा कि अगर मामले का समाधान नहीं हुआ और उनकी यूनियन में पेट्रोल डीजल खरीदने का फैसला नहीं लिया तो कल से पेट्रोल और डीजल की भारी किल्लत में भी हो सकती है.
बता दे कि राजधानी दिल्ली समेत 17 राज्यों के पेट्रोल पंप डीलरों ने फैसला लिया है कि वे 31 मई से ऑयल डिपो से पेट्रोल डीजल नहीं खरीदेंगे. पेट्रोल पंप डीलर अपनी दो मांगों को लेकर सरकार पर दवाब बनाने के लिए 31 मई 2022 से ऑयल डिपो से पेट्रोल डीजल नहीं खरीदने का फैसला किया है. पेट्रोल पंप डीलरों के इस कदम से जिन राज्यों में पेट्रोल डीजल की किल्लत हो सकती है उन राज्यों के नाम है तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, बिहार, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली शामिल है.
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