Naukri Survey: देश में रोजगार की स्थिति पटरी पर आती दिख रही है. अधिकतर रिक्रूटर्स को उम्मीद है कि इस बार हायरिंग कोरोना महामारी से पहले के स्तर पर पहुंच जाएगी तो नौकरी खोज रहे लोगों को इस साल 2022 की पहली छमाही में 30 फीसदी का इंक्रीमेंट मिल सकता है. यह संभावना जॉब-लिस्टिंग प्लेटफॉर्म नौकरीडॉटकॉम के एक सर्वे में व्यक्त की गई है. सर्वे में शामिल 60 फीसदी यानी कि पांच में से तीन रिक्रूटर्स ने जून 2022 तक हायरिंग के कोरोना महामारी से पहले के स्तर पर पहुंचने की संभावना जताई है. सबसे अधिक हायरिंग आईटी (इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी), बिजनेस डेवलपमेंट और मार्केटिंग में होने की उम्मीद है.
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सबसे अधिक हायरिंग आईटी सेक्टर में
नौकरी हायरिंग आउटलुक सर्वे के मुताबिक सबसे अधिक हायरिंग में तेजी आईटी फील्ड में होगी और इसमें 59 फीसदी अधिक हायरिंग के आसार हैं जबकि बिजनेस डेवलपमेंट और मार्केटिंग मे 40-40 फीसदी ग्रोथ हो सकती है. सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक अनुभव की बात करें तो सर्वे में शामिल अधिकतर कंपनियों ने 3-5 साल के अनुभव को वरीयता देने की बात कही है. इसके बाद हायरिंग में 1-3 साल वर्ष के अनुभव वाले कैंडिडेंट को वरीयता दी जाएगी.
वर्क फ्रॉम होम भी प्रोडक्टिव
महामारी के चलते हाइब्रिड मॉडल का चल बढ़ा और सर्वे में शामिल 40 फीसदी रिक्रूटर्स ने कहा कि ऑफिस और वर्क फ्रॉम होम दोनों लगभग बराबर ही प्रोडक्टिव हैं. बता दें कि कुछ भारतीय कंपनियां अपने कर्मियों को काम करने के लिए फिर से ऑफिस बुलाने लगी हैं और सर्वे में शामिल 41 फीसदी कंपनियों ने भी ये बात स्वीकार की है.
महज 1 फीसदी ने दिए छंटनी के संकेत
रिपोर्ट के मुताबिक 57 फीसदी रिक्रूटर्स ने अपने ऑर्गेनाइजेशंस में नए और रिप्लेसमेंट हायरिंग में तेजी के संकेत दिए हैं. नौकरीडॉटकॉम के चीफ बिजनेस ऑफिसर पवन गोयल के मुताबिक सिर्फ 2 फीसदी रिक्रूटर्स के मुताबिक अभी हायरिंग की उम्मीद नहीं दिख रही है जबकि 1 फीसदी ने ही आने वाले महीनों में छंटनी के संकेत दिए हैं.