Cyber Fraud: आपका भी बैंक अकाउंट है तो हो जाएं सावधान, साइबर फ्रॉड से बचने के लिए इन बातों का रखें ध्यान

Cyber Frauds in Banks: आज के डिजिटल समय में ऑनलाइन धोखाधड़ी के मामले बढ़ गए हैं. सेविंग अकाउंट में आपका पैसा सुरक्षित रह सकता है, लेकिन कई बार इसमें भी धोखाधड़ी के मामले सामने आते रहते हैं. अगर आप चाहते हैं कि आपका पैसा अकाउंड में सुरक्षित रहे, तो किसी भी साइबर फ्रॉड से बचने के लिए यह जरूरी है कि आप खुद को बैंकिंग धोखाधड़ी के बारे में भी शिक्षित करें. किसी भी तरह की बैंकिंग धोखाधड़ी से बचने के लिए यह जरूरी है कि आप सावधान रहें. फ़िशिंग, कार्ड स्किमिंग, आइ़डेंटिटी की चोरी और चेक फ्रॉड धोखाधड़ी के कुछ सामान्य तरीके हैं. यहां हमने कुछ जरूरी बातें बताई है, जिसकी मदद से आप सेविंग अकाउंट के अपने पैसों की सुरक्षा का ध्यान रख सकते हैं. आइए जानते हैं कि आप अपने बचत खाते को कैसे सुरक्षित रख सकते हैं.

कमजोर पासवर्ड पड़ सकता है महंगा

अगर आपका ऑनलाइन बैंकिंग पासवर्ड कमजोर है, तो हैकर्स आपके अकाउंट को एक्सेस कर सकते हैं. अब सवाल यह है कि वीक या कमजोर पासवर्ड क्या है? इसके कुछ उदाहरण हैं – ‘password’, ‘qwerty’, ‘123456’. इसके अलावा, आपका या आपके करीबी रिश्तेदार का नाम, मोबाइल नंबर, आपका व्हीकल नंबर, जन्म वर्ष या शादी की सालगिरह को भी पासवर्ड के तौर पर इस्तेमाल करना सही आइडिया नहीं है. आपका कोई भी करीबी मित्र या रिश्तेदार इन पासवर्ड्स को एक्सेस कर सकता है. इसके अलावा, इस बात का भी ध्यान रखें कि सभी अकाउंट्स के लिए एक ही पासवर्ड का इस्तेमाल न करें. क्योंकि इससे आपके एक अकाउंट के हैक होने पर अन्य अकाउंट्स के हैक होने की भी संभावना बढ़ जाती है. इसलिए जरूरी है कि अपने अकाउंट का पासवर्ड यूनिक और स्ट्रांग रखें.

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पर्सनल डिटेल्स को किसी के साथ न करें साझा

आपको कभी भी अपने पर्सनल डिटेल्स को किसी के साथ भी साझा नहीं करना चाहिए. इससे आपका बैंक अकाउंट खतरे में आ सकता है. याद रखें कि आपके डिटेल्स जैसे जन्म तारीख, हस्ताक्षर, शादी की तारीख, परिवार के सदस्यों का नाम, आईडी प्रूफ आदि का इस्तेमाल करके हैकर्स आपके सिक्योरिटी क्वेश्चन के आंसर का अनुमान लगा सकते हैं और आप धोखाधड़ी के शिकार हो सकते हैं.

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बैंक की सिक्योरिटी एडवाइज़री का पालन करें

बैंक आमतौर पर समय-समय पर ईमेल और सोशल मीडिया के जरिए सिक्योरिटी एडवाइज़री भेजते हैं. वे ग्राहकों को इस बारे में एजुकेट करते हैं कि वे अपने अकाउंट्स का सुरक्षित रूप से इस्तेमाल कैसे कर सकते हैं. आपको इन एडवाइजरी पर ध्यान देना चाहिए और हर समय इनमें दिए गए निर्देशों का पालन करना चाहिए.

अपने बैंक स्टेटमेंट और मैसेज को रेगुलर चेक करें

अपने बैंक अकाउंट पर नजर रखें क्योंकि यह किसी भी संदिग्ध एक्टिविटी को तुरंत ट्रैक करने में आपकी मदद कर सकता है. बैंक ग्राहकों को ट्रांजेक्शन के प्रति सचेत करने के लिए SMS और ईमेल भेजते हैं. बैंक के मिलने वाला मैसेज आपको धोखाधड़ी के लेनदेन को तुरंत पहचानने और नुकसान से बचने में मदद कर सकता है.

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सेफ नेटवर्क में ऑनलाइन बैंकिंग का करें इस्तेमाल

पब्लिक नेटवर्क जैसे होटल, रेस्तरां, कैफे आदि में इंटरनेट एक्सेस करते समय ऑनलाइन बैंकिंग ट्रांजेक्शन का इस्तेमाल करने से बचें. ऑनलाइन बैंकिंग चैनलों तक सेफ एक्सेस के लिए पब्लिक इंटरनेट नेटवर्क को कॉन्फ़िगर नहीं किया जा सकता है, इसलिए हैकर ऐसे नेटवर्क में होने वाले किसी भी ट्रांजेक्शन को ट्रैक कर सकते हैं. किसी इमरजेंसी में, अगर आपने पब्लिक नेटवर्क का इस्तेमाल करके अपने बैंक अकाउंट को एक्सेस किया है, तो सिक्योर्ड नेटवर्क पर आते ही पासवर्ड चेंज कर लें.

अपनी चेकबुक सुरक्षित रखें

अपनी चेकबुक को हमेशा सुरक्षित रखें और कभी भी किसी को चेक (इसे कैंसल किए बिना) न दें. धोखाधड़ी करने वाले आपके बैंक अकाउंट से पैसे निकालने के लिए आपके हस्ताक्षर की नकल कर सकते हैं या आपके चेक का इस्तेमाल करके वित्तीय लेनदेन कर सकते हैं. कुछ लेन-देन में जैसे कि म्यूचुअल फंड में निवेश करने के लिए आपको बैंक अकाउंट प्रुफ के रूप में एक चेक देना होगा. चेक देते समय हमेशा इसे कैंसल करना न भूलें.

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एटीएम या POS में डेबिट कार्ड का उपयोग करते समय बरतें सावधानी

क्या आपने डेबिट कार्ड क्लोनिंग के बारे में सुना है? धोखाधड़ी करने वाले एटीएम में स्किमिंग डिवाइस छिपाते हैं. जब आप ऐसे एटीएम पर अपना कार्ड स्वाइप करते हैं, तो आपके कार्ड का डिटेल डिवाइस पर स्टोर हो जाता है और इसका उपयोग आपके कार्ड की कॉपी बनाने के लिए किया जा सकता है. इससे आप धोखाधड़ी के शिकार हो सकते हैं. आप अपने कार्ड का इस्तेमाल असुरक्षित स्थानों पर बिना सुरक्षा वाले एटीएम में न करके क्लोनिंग को रोक सकते हैं. साथ ही, पीओएस मशीन का उपयोग करते समय किसी भी असामान्य अटैचमेंट पर ध्यान दें.

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