एस• के• मित्तल
सफीदों, नरवाना में 26 जनवरी को आयोजित गणतंत्र दिवस पर एक कथित समाजसेविका को प्रशासन द्वारा सम्मानित करने के मामले में डीसी मोहम्मद इमरान रजा को शिकायत दी गई है। शिकायत में रेखा से प्रशंसा पत्र वापस लेने और सूची में कथित समाजसेविका का नाम डालने वाले व्यक्ति के खिलाफ भी जांच करने की मांग की गई है। सफीदों विधानसभा के गांव बिटानी निवासी ललित कुमार ने डीसी मोहम्मद इमरान रजा को दी शिकायत में आरोप लगाया कि यह महिला चालबाज है जो समाजसेवी होने का झूठा ढिंढोरा पीटती रहती है और लोगों पर झूठे मामले दर्ज करवाती है।
सफीदों, नरवाना में 26 जनवरी को आयोजित गणतंत्र दिवस पर एक कथित समाजसेविका को प्रशासन द्वारा सम्मानित करने के मामले में डीसी मोहम्मद इमरान रजा को शिकायत दी गई है। शिकायत में रेखा से प्रशंसा पत्र वापस लेने और सूची में कथित समाजसेविका का नाम डालने वाले व्यक्ति के खिलाफ भी जांच करने की मांग की गई है। सफीदों विधानसभा के गांव बिटानी निवासी ललित कुमार ने डीसी मोहम्मद इमरान रजा को दी शिकायत में आरोप लगाया कि यह महिला चालबाज है जो समाजसेवी होने का झूठा ढिंढोरा पीटती रहती है और लोगों पर झूठे मामले दर्ज करवाती है।
उसके बाद लोगों से पैसे ऐंठती है। उन्हें सोशल मीडिया के माध्यम से पता चला कि नरवाना प्रशासन की तरफ से उसे सम्मानित किया गया है। उन्होंने आरोप लगाते हुए बताया कि करीब तीन साल पहले कथित समाजसेविका के खिलाफ लड़कियों को देह व्यापार में धकेलने के मामले में पोक्सो एक्ट समेत अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज हुआ था। इसके अलावा वर्ष 2021 में सफीदों के सुनील नामक व्यक्ति ने कथित समाजसेविका के खिलाफ एससी-एसटी एक्ट समेत विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज करवाया। इस मामले में महिला थाना पुलिस जींद ने आरोपी महिला के खिलाफ 182 के तहत मामला दर्ज किया गया।
उन्होंने बताया कि आरोपी महिला के बड़े भाई ने भी शपथ पत्र देकर बताया था कि उसकी बहन झूठे मामले दर्ज करवाती है और लोगों से पैसे ऐंठती है। वर्ष 2015 में शहर थाना हिसार में आरोपी महिला ने पांच-छह लोगों पर दुष्कर्म करने समेत अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज करवाया था। इसी तरह वर्ष 2020 में पैसे ऐंठने की नियत से झूठा दर्ज करवाया था, जिस पर जांच के बाद मामला खारिज हो गया था। वर्ष 2012 में भी शहर थाना रोहतक में भी आरोपी महिला ने गंभीर आरोप लगाते हुए एक व्यक्ति के खिलाफ शिकायत दी थी, जिससे व्यक्ति ने झूठे आरोपों के चलते आत्महत्या कर ली थी। उन्होंने डीसी से गुहार लगाई है कि आरोपी महिला से प्रशंसा पत्र वापस लिया जाए और सम्मानित करने वालों की सूची में नाम डालने वाले की जांच की उचित कार्रवाई की जाए।