होटल कर्मचारियों व ट्रक ड्राईवरों ने चालक को सकुशल बचाया
एस• के• मित्तल
सफीदों, सफीदों क्षेत्र में पिछले कई दिनों धुंध अपना कहर ढहा रही है। इस धुंध का कहर बुधवार को उस वक्त देखने को मिला जब एक कार सफीदों की हांसी-बुटाना ब्रांच नहर में उतर गई। गनीमत तो यह रही कि समय रहते ड्राईवर को आसपास स्थित होटल कर्मचारियों व ट्रक ड्राईवरों की मदद से बाहर निकाल लिया गया। सुबह गाड़ी को जेसीबी की मदद से नहर से बाहर निकाल लिया गया। हालांकि कार को तो काफी नुकसान पहुंचा है लेकिन कार चालक सेवा सिंह निवासी जामनी पूरी तरह से सकुशल है। मिली जानकारी के अनुसार सफीदों उपमंडल के गांव जामनी का सेवा सिंह नियमित अपने काम से पानीपत जाता है।
सफीदों, सफीदों क्षेत्र में पिछले कई दिनों धुंध अपना कहर ढहा रही है। इस धुंध का कहर बुधवार को उस वक्त देखने को मिला जब एक कार सफीदों की हांसी-बुटाना ब्रांच नहर में उतर गई। गनीमत तो यह रही कि समय रहते ड्राईवर को आसपास स्थित होटल कर्मचारियों व ट्रक ड्राईवरों की मदद से बाहर निकाल लिया गया। सुबह गाड़ी को जेसीबी की मदद से नहर से बाहर निकाल लिया गया। हालांकि कार को तो काफी नुकसान पहुंचा है लेकिन कार चालक सेवा सिंह निवासी जामनी पूरी तरह से सकुशल है। मिली जानकारी के अनुसार सफीदों उपमंडल के गांव जामनी का सेवा सिंह नियमित अपने काम से पानीपत जाता है।
वह हर रोज की भांति अपनी गाड़ी में रात को पानीपत से सफीदों आ रहा था कि जैसे हर वह नगर के पानीपत रोड स्थित चीमा ढाबा के पास पहुंचा तो अधिक धुंध के कारण उसे कुछ दिखा नहीं और उसकी कार ढाबे के साथ लगती हांसी-बुटाना नहर में उतर गई। कार चालक को उस वक्त पता चला जब उसकी कार नहर में उतर गई। कार में जब पानी भर गया तो सेवा सिंह ने कार की खिड़की खोलकर बचाओं-बचाओ की आवाज लगाई। बचाओ-बचाओं की आवाज सुनकर पास के होटल के कर्मचारी और वहां पर रूके हुए ट्रक ड्राईवर नहर की तरफ दौड़ पड़े। उन्होंने काफी प्रयास करके सेवा सिंह को रात में ही नहर से बाहर सकुशल निकाल लिया। उसके बाद सुबह जेसीबी की मदद से कार को नहर से बाहर निकाला गया।
इस घटना में कार को काफी नुकसान पहुंचा है। कार को चला रहे ड्राईवर सेवा सिंह ने बताया कि वह हर रोज सांय को पानीपत से कार से अपने गांव जामनी आता है। रात को करीब साढ़े 11 बजे अपने गांव लौट रहा था तो रास्ते में भारी धुंध थी और कुछ भी दिखाई नहीं पड़ रहा था। धुंध के मद्देनजर वह कार को काफी कम स्पीड से चला रहा था। जब वह चीमा होटल के पास पहुंचा तो उसे आगे कुछ भी दिखाई नहीं पड़ा और नतीजतन उसकी कार होटल के साथ लगती हांसी-बुटाना नहर में उतर गई। गनीमत तो यह रही कि नहर में पानी कम था और उसकी होटल कर्मचारियों व ट्रक ड्राईवरों की मदद से जान बच गई।
सेवा सिंह का कहना था कि इस नहर पर रिटरनिंग वाल भी नहीं है और अगर रिटरनिंग वॉल होती तो शायद उसकी कार इससे टकराकर बाहर रूक गई होती।