एस• के• मित्तल
सफीदों, खंड स्तरीय गीता महोत्सव प्रतियोगिताओं का आयोजन नगर के रामलीला मैदान में किया गया। इस प्रतियोगिता में खंड के सभी विद्यालयों के विद्यार्थियों ने भाग लिया। प्राध्यापक तेजवीर और सुरेंद्र ने बताया कि इन प्रतियोगिता में के मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय ने 9 से 12 वर्ग में भाषण में श्रेया ने प्रथम, पेंटिंग में हरित प्रथम, निबंध में अंतरा प्रथम, संवाद में अंजलि और रौनक प्रथम, प्रश्नोत्तरी में आशु और उसकी टीम द्वितीय, श्लोक उच्चारण में खुशी ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया।
सफीदों, खंड स्तरीय गीता महोत्सव प्रतियोगिताओं का आयोजन नगर के रामलीला मैदान में किया गया। इस प्रतियोगिता में खंड के सभी विद्यालयों के विद्यार्थियों ने भाग लिया। प्राध्यापक तेजवीर और सुरेंद्र ने बताया कि इन प्रतियोगिता में के मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय ने 9 से 12 वर्ग में भाषण में श्रेया ने प्रथम, पेंटिंग में हरित प्रथम, निबंध में अंतरा प्रथम, संवाद में अंजलि और रौनक प्रथम, प्रश्नोत्तरी में आशु और उसकी टीम द्वितीय, श्लोक उच्चारण में खुशी ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया।
वहीं 6 से 8 वर्ग में श्लोक उच्चारण में जसमीत द्वितीय, भाषण में जतिन तृतीय, प्रश्नोत्तरी में विद्यालय की टीम ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। प्राचार्य डॉक्टर योगेंद्रपाल सिंह ने विजेता बच्चों को पुरस्कृत किया। अपने संबोधन में प्राचार्य योंगेद्रपाल सिंह ने कहा कि बच्चों को गीता के उपदेशों को अपने जीवन में अपनाना चाहिए। गीता की बातों को जीवन में अपनाने से व्यक्ति तरक्की की राह पर आगे बढ़ता है। गीता एकमात्र ऐसा ग्रंथ है जो मनुष्य को जीने का ढंग सिखाता है। गीता जीवन में धर्म, कर्म और प्रेम का पाठ पढ़ाती है।