समालखा के सराय मोहल्ला में मौजूद समुदाय विशेष वर्ग के धार्मिक स्थल के बाहर तिरंगा लेकर खड़े युवक।
हरियाणा के पानीपत जिले के समालखा कस्बे में तनाव की स्थिति पैदा हो गई है। यहां फिर दो समुदाय आमने-सामने हो गए हैं। दरअसल, 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस पर तिरंगा यात्रा निकाल रहे सैकड़ों लोग एक समुदाय विशेष के धार्मिक स्थान के अंदर घुस गए और धार्मिक नारेबाजी की। इसके बाद से कस्बे में तनाव का माहौल बना हुआ है।
इस घटना का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है, जिसमें दिखता है कि कुछ युवाओं का ग्रुप हाथों में डंडे लिए दिख रहा है। इसके अलावा वे तिरंगा और भगवा झंडे भी लिए दिख रहे हैं। वीडियो के मुताबिक ये लोग बाइक से तिरंगा रैली निकालते हैं और इसी दौरान सराय मोहल्ला में स्थित धार्मिक स्थल के मुख्य द्वार पर आकर खड़े हो जाते हैं।
इनमें से कुछ लोग जबरदस्ती ही अंदर घुस जाते हैं और फिर वे तभी निकलते हैं, जब पुलिस मौके पर पहुंचती है। वहीं, इस मामले में समालखा के DSP नरेंद्र कादयान का कहना है कि मामला मेरे संज्ञान में नहीं है। मामले की तसदीक करवाई जा रही है। इसके बाद ही कुछ कहा जाएगा।
पुलिस के पहुंचने पर मौके से जाते युवक।
भडकाऊ नारे और हेट स्पीच देते हुए की बे-अदबी
उच्च अधिकारियों को दी शिकायत में समुदाय विशेष के लोग दिलशाद, साजिद, गफार, जुलफान आदि ने बताया कि 15 अगस्त की दोपहर करीब 12:10 से बजरंग दल, विश्व हिंदू परिषद के करीब 250 लोग व शरारती तत्व हाथों में बजरंग दल के झंडे व तिरंगे उठाकर सराय मोहल्ला समालखा में स्थित जामा मस्जिद में गेट को जबरन धक्का देकर अंदर घुस आए।
भड़काऊ नारे, हेट स्पीच करने लगे और भगवा झंडा व तिरंगा मस्जिद पर लगाने की जिद करते हुए जूते-चप्पलों सहित मस्जिद की छत पर चढ़ गए और बे अदबी की। शिकायतकर्ताओं का कहना है कि उन्होंने स्वतंत्रता दिवस की सुबह ही दोनों मस्जिदों में तिरंगा फहराया था। उक्त सभी लोगों के साथ गाड़ियों में भी कुछ लोग सवार थे। जिनके पास लाठी-डंडे समेत अन्य हथियार थे। इस पूरी घटना के दौरान धार्मिक स्थल के भीतर इमाम साहिब मोहम्मद हारुन सह परिवार व 3-4 अन्य व्यक्ति थे।
एक दिन पहले ही पुलिस से मांगी थी सुरक्षा
जामा मज्जिद समालखा कमेटी सदस्य दिलशाद शिकायतकर्ताओं ने बताया कि उन्हें इस हमले की पहले ही आशंका थी। इसलिए समस्त समुदाय विशेष समालखा की ओर से सुरक्षा की मांग करते हुए DSP समालखा नरेंद्र कादयान को 14 अगस्त को एक लिखित शिकायत दी थी।
इस शिकायत पर उनके धार्मिक स्थल के बाद 15 अगस्त की सुबह दो होमगार्ड को तैनात किया गया था। घटना के दौरान जब पुलिस को सूचित किया गया तो आरोपी मौके से फरार हो गए। शिकायतकर्ताओं ने आशंका जताई है कि उक्त आरोपी से उनको जान माल का नुकसान होने का भय है।
जामा मज्जिद समालखा कमेटी सदस्य दिलशाद ने बताया कि प्रशासन की जानकारी में होने के बावजूद कुछ शरारती तत्व यहां आए और भाई-चारे का सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश की। धार्मिक स्थल की बेअदबी भी की है। करीब 7 युवक धार्मिक स्थल के भीतर घुसे थे। हथियारों से लैस थे। हमारी शिकायत पर पुलिस कार्रवाई करते हुए आरोपियों को राउंडअप करें।
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