हरियाणा के रेवाड़ी जिले में गन्ना व्यापारी से एक गिरोह के 7 लोगों ने 16 लाख रुपए की ठगी कर दी। गिरोह के सदस्य अलग-अलग बार में फसल बेचने के बहाने पहुंचे और सौदा तय करते हुए एडवांस पैसे ले गए। व्यापारी को न पैसे मिले और न ही गन्ना मिला। धारूहेड़ा थाना पुलिस ने धोखाधड़ी का केस दर्ज कर लिया है।
फसल का सौदा करने खुद पहुंचे शातिर
मिली जानकारी के अनुसार, रेवाड़ी के धारूहेड़ा निवासी आनंद गन्ने के बड़े व्यापारी हैं। आनंद ने बताया कि पहली बार नवंबर 2019 में उसके पास फतेहाबाद निवासी बलजीत और जोगेंद्र पहुंचे। बताया कि उन्होंने अपने खेत में गन्ने की फसल बोई हुई है। चूंकि आनंद पहले भी किसानों से गन्ना खरीदता रहा है, ऐसे में उसने दोनों पर भरोसा कर लिया।
आरोपियों के साथ उनकी 10 एकड़ गन्ने की फसल का सौदा 17 लाख रुपए में तय हुआ। इसकी एवज में आनंद ने 3 लाख रुपए एडवांस दे दिए। इसके बाद 2020 में फतेहाबाद के ही रहने वाले प्रवीण और अमन भी आनंद के पास पहुंच गए। बताया कि उन्होंने 22 एकड़ में गन्ने की फसल बोई हुई है। आनंद ने उनके साथ ही फसल का सौदा कर साढ़े 6 लाख रुपए एडवांस दे दिए।
कुछ माह बाद मनोज उर्फ नरसी उसके पास पहुंचा। उसने अपनी 14 एकड़ फसल का सौदा किया और उसे भी आनंद ने ढाई लाख रुपए दिए। लेकिन इनमें से किसी ने भी आनंद को गन्ने की सप्लाई नहीं की। जब आनंद ने पूछा तो बताया कि कोरोना के चलते वे गन्ने की सप्लाई नहीं कर पाए हैं। जल्द ही कर देंगे।
2021 में फिर पहुंच गए सौदा करने
गिरोह के लोग आपस में जुड़े हुए थे, जबकि आनंद को इसके बारे में भनक नहीं लगी। फतेहाबाद का ही रहने वाला बलजीत अपने भाई बिरेंद्र के साथ जनवरी 2021 में आनंद के घर आया और बताया कि 11 एकड़ में गन्ने की फसल और बोई हुई है। इसका सौदा 13 लाख 20 हजार रुपए में हुआ और 50 हजार उसने नकद दिए।
पैसे मांगने पहुंचा पीड़ित तो आरोपियों ने धमकाया
इसके अलावा 10 मार्च को डेढ़ लाख और 15 मार्च को 2 लाख रुपए अपने किसी परिचित के अकाउंट से आरोपियों के खाते में डलवाए। करीब 16 लाख रुपए की रकम लेने के बाद गिरोह के सदस्यों ने उसके फोन ही उठाने बंद कर दिए। वह पैसे मांगने उनके पास पहुंचा तो उसे धमकाया गया। आनंद ने धारूहेड़ा थाना पुलिस को शिकायत देकर बताया कि न तो उसे पैसे मिले और न ही उसके पास गन्ने की सप्लाई दी गई।