पंच धूनी तपस्या पर बैठे विशेश्वरानंद गिरी महाराज।
हरियाणा के महेंद्रगढ़ में मानव कल्याण एवं क्षेत्र के लोगों की सुख शांति, समृद्धि के लिए स्थानीय वेंकटेश्वर मंदिर के महंत विशेश्वरानंद गिरी महाराज मसानी चौक पर स्थित मंदिर के पीछे जोहड़ में पंच धूनी तपस्या पर बैठे हुए हैं।
संत ने बताया कि ज्येष्ठ मास में की गई किसी भी भक्ति का विशेष फल मिलता है। उन्होंने इस मास के महत्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि मान्यता के अनुसार ज्येष्ठ मास के दौरान सभी देवी देवता पृथ्वी लोक पर विचरण करते हैं। पंच धूनी तपस्या की विशेषता उजागर करते हुए उन्होंने बताया कि यह पांचों तत्वों से बने मानव शरीर के कारकों को दर्शाता है।
तपस्या के दौरान उपस्थित संत व अन्य।
उन्होंने कहा कि जो कोई व्यक्ति 41 दिनों तक पंच धूनी के चारों तरफ परिक्रमा लगाता है उसके सभी कष्ट मिट जाते हैं। उन्होंने बताया कि इस तपस्या की शुरुआत 3 मई से की गई है जोकि 41 दिनों तक जारी रहेगी। 7 जून को तपस्या के समापन अवसर पर श्रद्धालुओं द्वारा यज्ञ व भंडारे का आयोजन भी किया जाएगा।
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