नगर के अनेक स्थानों पर हुआ भंडारे व कीर्तन का आयोजन
एस• के• मित्तल
सफीदों, नगर में रविवार को संत रविदास जयंती को लेकर विशाल शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा में संत रविदास के संदेशों से जुड़ी अनेक झांकिया निकाली गई। यात्रा के आगे-आगे श्रद्धालुगण साफ-सफाई करते हुए चल रहे थे। शोभायात्रा में श्रद्धालुगण संत रविदास की जय के गगनभेदी नारे लगाते हुए चल रहे थे। यह शोभायात्रा सफीदों शहर से शुरू होकर नगर के मुख्य मार्गों से भ्रमण करते हुए प्रारंभस्थल पर आकर समाप्त हो गई।
सफीदों, नगर में रविवार को संत रविदास जयंती को लेकर विशाल शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा में संत रविदास के संदेशों से जुड़ी अनेक झांकिया निकाली गई। यात्रा के आगे-आगे श्रद्धालुगण साफ-सफाई करते हुए चल रहे थे। शोभायात्रा में श्रद्धालुगण संत रविदास की जय के गगनभेदी नारे लगाते हुए चल रहे थे। यह शोभायात्रा सफीदों शहर से शुरू होकर नगर के मुख्य मार्गों से भ्रमण करते हुए प्रारंभस्थल पर आकर समाप्त हो गई।
जहां-जहां ये यह यात्रा निकली लोगों ने यात्रा का जोरदार स्वागत किया तथा जलपान का आयोजन किया। इसी कड़ी में नगर की पुरानी अनाज में भी रविदासियां सभा के प्रधान गुरचरण सिंह द्वारा यात्रा का भव्य स्वागत किया। इस मौके पर नगर की पुरानी अनाज मंडी में विशाल हवन यज्ञ का आयोजन किया गया। हवन में लोगों ने आहुति डालकर समाज की सुख-शांति की कामना की। इसके अलावा शब्द कीर्तन आयोजित करके संत रविदास जी की महिमा का गुणगान किया गया। वहीं विशाल भंडारे में असंख्य श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया।
अपने संबोधन में गुरचरण दास ने कहा कि गुरु रविदास जी एक उच्च कोटि के कवि थे एवं महान ज्ञानी थे। उन्होंने ऐसा चाहू राज मैं जहां मिले सबन को अन्न छोटे बड़े सब समझ रहे गुरु रविदास रहे प्रसन्न ऐसे राज की कामना की थी। गुरु रविदास को हर जाति धर्म के व्यक्ति मानते हैं। यात्रा के दौरान समाज के लोगों ने संत रविदास की आरती की तथा प्रसाद वितरण किया।