हरियाणा के सिरसा में चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय में आयोजित जन संवाद कार्यक्रम के बीच किसानों की मांग पर हंसी ठहाकों का माहौल बन गया। गौ माता की दुर्दशा पर किसान ने सरकार को चेताने के लिए अपना तर्क रखा। किसान भूपेंद्र वैदवाला ने कहा कि भाजपा सरकार वोट तो गौ माता के नाम पर मांगती है
और विदेशों से चीते मंगवाने पर 100 करोड़ रुपए खर्च करती है। इसी बात पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टïर व सांसद सुनीता दुग्गल सहित मंच पर बैठे अन्य नेता व अधिकारी हंसी रोक नहीं पाए।
हुआ यूं कि सिरसा में बेसहारा पशुओं की भरमार व फसलों को हो रहे नुकसान को लेकर किसान ने सरकार को ध्यान देने की बात कही। किसान का कहना था कि बेसहारा गौवंश, जहां उनकी फसलों के लिए मुसीबत बनता है, तो वहीं आमजन की जिंदगी भी खतरे में रहती है।
सिरसा पंजाब व राजस्थान के बॉर्डर के साथ लगता है, इसलिए प्रशासन भी बेसहारा गौवंश की समस्या के निदान को लेकर बार-बार असमर्थता दिखाता है। तर्क दिया जाता है कि बॉर्डर के इलाकों से आए दिन बेसहारा पशु सिरसा में प्रवेश करते है। यहां गौशाला में काफी संख्या में गौवंश रखा गया है, बावजूद इसके समाधान नहीं हो रहा।
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किसान ने चुटकी लेते हुए कहा कि भाजपा सरकार गौ माता के नाम पर वोट मांगती है, लेकिन मनुष्य तक को खाने वाले चीतों को विदेशों से लाने पर 100 करोड़ रुपए खर्च करती है। सरकार को चाहिए कि 5-10 करोड़ बेसहारा गौवंश पर खर्च कर दें, तो इस समस्या का निदान हो सकता है। गौवंश दूध देकर मानव जाति पर उपकार करता है। ऐसे में उसे दुर्दशा से बचाने के लिए सरकार को गंभीर प्रयास करने चाहिए। किसान की इस बात पर मंच पर मौजूद सभी नेता व अधिकारी हंसने लगे।