हरियाणा के हिसार के दुर्जनपुर गांव के कस्तूरबा गांधी स्कूल के गेट को मंगलवार दोपहर को ग्रामीणों ने ताला जड़ दिया। ताला जड़ने के बाद ग्रामीणों ने धरना स्थल पर नारेबाजी की। ग्रामीणों का आरोप है कि स्कूल में पढ़ाई नहीं होती। बच्चों से स्कूल में काम करवाया जाता है। ग्रामीणों ने बच्चों से बात की तो बच्चों ने बताया कि हॉस्टल के कमरों की रात को लाइट काट दी जाती है। नहाने के लिए पानी उपलब्ध नहीं है।
पूरा स्टाफ बदलने की मांग
ग्रामीणों का आरोप है कि वार्डन कुछ बच्चों को प्रताड़ित कर दिया। स्कूल के गेट पर ताला लगाने की सूचना मिलने पर पुलिस भी पहुंच गई। पुलिस के पहुंचने पर ग्रामीणों ने ताला खोल दिया और धरना उठा दिया। इसके बाद डीपीसी ज्ञान सिंह भी मौके पर पहुंचे और कार्रवाई का आश्वासन दिया। बच्चों का आरोप है कि उन्हें अंदर बंदी बनाया गया। बच्चों के परिजनों का आरोप है कि उनके बच्चों से काम करवाया जा रहा है। परिजनों ने वार्डन पर भी आरोप लगाए है। रात को स्कूल के गेट के बाहर गाड़ियां खड़ी रहती है। ग्रामीणों की मांग है पूरा स्टाफ बदला जाए।
आरोपों की जांच होगी
मिल गेट हिसार की रहने वाली महिला ने बताया कि बच्चों के साथ दुर्व्यवहार किया जाता है। ग्रामीणों ने डीपीसी से मांग कि पूरे स्कूल के स्टाफ को बदला जाए। डीपीसी ज्ञान सिंह ने बताया कि परिजनों ने शिकायत दी। खंड शिक्षा अधिकारी को पत्र लिख दिया है। जिला स्तर पर एक कमेटी बनाई जा रही है। पानी की शिकायतें भी आई है। इसकी जांच करवाई जाएगी। स्कूल प्रिंसिपल, वार्डन और चौकीदार का आपस में कंबीनेशन नहीं है। मैंने तीनों को बीते दिन भी समझाया था कि यह सरकारी संस्था है। सभी अपनी अपनी ड्यूटी करें। कमेटी इस मामले की बारीकी से जांच करेगी।
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