हरियाणा के करनाल जिले के गांव बयाना से संदिग्ध परिस्थितियों में 3 दिन पहले लापता हुए टाइपिस्ट का शव आवर्धन नहर से बरामद हुआ है। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कॉलेज में करवाकर परिजनों को सौंप दिया है।
25 अगस्त से लापता था विपिन
मिली जानकारी के अनुसार, गांव बयाना निवासी 35 वर्षीय विपिन काम्बोज इंद्री तहसील में करीब 8 साल से टाइपिस्ट का काम करता था। वह 24 अगस्त की सुबह करीब 5 बजे घर से खेत में काम करने के लिए निकला था, लेकिन उसके बाद वापस नहीं लौटा।
परिवार ने उसे ढूंढने का प्रयास भी किया, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं लगा। पुलिस को गुमशुदगी की शिकायत दी गई। इस बीच विपिन का शव शुक्रवार सुबह गांव बयाना व बदरपुर के बीच आवर्धन नहर में मिला। पुलिस ने केस दर्ज करके जांच शुरू कर दी है।
पोस्टमार्टम हाउस के बाहर बैठ परिजन व जांच करती पुलिस।
विपिन का एक साल का बेटा
चाचा रजनीश ने बताया कि विपिन पिछले 8 सालों से तहसील में काम करता था। उसका एक साल का बेटा है, जो उसने बहन से गोद लिया हुआ है। वहीं अब इस घटना से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट गया है।
नहर में धोने गया था हाथ
इंद्री थाना के जांच अधिकारी सतपाल सिंह ने बताया कि 24 अगस्त को अशोक कुमार ने सूचना दी थी कि उसका लड़का विपिन सुबह से घर से लापता है। उनकी शिकायत पर गुमशुदगी का मामला दर्ज करके जांच की गई। CCTV चैक करवाए गए तो पता चला कि वह नहर की ओर गया था।
इसके बाद नहर में तलाश की गई तो विपिन का शव गांव बयाना व बदरपुर के बीच बह रही आवर्धन नहर से बरामद हुआ। पूछताछ के बाद सामने आया कि विपिन खेत में काम करने गया था। इस दौरान शौच के बाद हाथ धोने के लिए नहर पर गया और उसका पांव फिसल गया।