27 को मंदिरों व तीर्थों पर मनाई जाएगी देव दीपावली मंदिरों व तीर्थों पर किया जाएगा दीप दान

   कर्मकाण्डी ब्राह्मण परिषद की एक बैठक स्थानीय नगर के श्री नागक्षेत्र तीर्थ हाल में संपन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता पंडित सोमदत्त अत्री व संचालन संजीव गौत्तम ने किया। बैठक में कर्मकाण्डी ब्राह्मणों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया।
बैठक में निर्णय लिया गया कि आगामी 27 नवंबर की सांय 6 बजे के बाद क्षेत्र के मंदिरों में देव दीपावली धूमधाम से मनाई जाएगी और मंदिरों व तीथों को दीपक व मोमबत्ती जलाकर प्रकाशमान किया जाएगा। इस अवसर पर ब्राह्मणों ने देव दीपावली का महत्व बताते हुए कहा कि देव दिवाली का सनातन धर्म में बेहद महत्व है। इस पर्व को लोग बुराई पर अच्छाई की जीत के रूप मनाते हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान शिव ने इस दिन राक्षस त्रिपुरासुर को हराया था। शिवजी की जीत का जश्न मनाने के लिए सभी देवी-देवता तीर्थ स्थल वाराणसी पहुंचे थे, जहां उन्होंने लाखों मिट्टी के दीपक जलाएं, इसलिए इस त्योहार को रोशनी के त्योहार के रूप में भी जाना जाता है। कार्तिक पूर्णिमा के दिन देव दीपावली मनाने की परंपरा सदियों से चली आ रही है।
इस दिन दीपदान करने का विशेष महत्व भी है। देव दीपावली के दिन घरों दिवाली के समान ही दीपक जलाने और किसी तीर्थ या नदी पर दीपदान करने से विशेष पुण्य की प्राप्ति होती है। उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि वे 27 नवंबर को सांय 6 बजे के बाद अपने घरों व मंदिरों को प्रकाशमान करें और तीर्थ पर दीपदान करें। इस मौके पर संजीव गौत्तम, रामप्रताप, संजय, राममेहर, देवीराम, होशियार सिंह, मधुसूदन, रमेश, दीपक, अमित वत्स, कुलदीप, अमित भार्गव, रमेश आसन, यतिंद्र शास्त्री, सुनील, जयप्रकाश, नरेंद्र, रामफल, प्रिंस, प्रमोद, राकेश व दीनबंधू मौजूद थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!