लेह लद्दाक2 घंटे पहले
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राजकुमार हिरानी की डायरेक्शन में बनी सुपरहिट फिल्म थ्री इडियट्स में आमिर खान का किरदार ‘फुंसुक वांगड़ू’ बहुत मशहूर हुआ था। वो किरदार सोनम वांगचुक पर ही बेस्ड था।
सोनम वांगचुक 6 मार्च से लगातार अनशन पर बैठे हैं। उनकी भूख हड़ताल का सबसे बड़ा मुद्दा लद्दाख को संविधान की छठी अनुसूची के तहत लाना है। सोनम वांगचुक का कहना है कि केंद्र ने 4 साल पहले इसका वादा किया था, लेकिन अब वह अपनी बात से मुकर रहे हैं। सोनम जीरो डिग्री के तापमान में अपना जलवायु उपवास यानी ‘क्लाइमेट फास्ट’ कर रहे हैं। वे केवल पानी और नमक का सेवन कर रहे हैं।
हाल ही में उन्होंने कहा कि दूसरे आंदोलनकारियों के साथ मिलकर वो बाहरी दुनिया को ‘जमीनी हकीकत’ से रूबरू करने के लिए जल्द ही सीमा मार्च करने वाले हैं। 24 मार्च को कारगिल डेमोक्रेटिक अलायंस (KDA) ने भी सोनम के साथ विरोध प्रदर्शन और भूख हड़ताल शुरू कर दी है।
सोनम वांगचुक की मांग लद्दाख के लिए पूर्ण राज्य, स्थानीय लोगों के लिए नौकरी में आरक्षण, लेह और कारगिलके लिए एक-एक संसदीय सीट और संविधान की छठी अनुसूची लागू करना है। इसे लेकर वे पिछले 20 दिनों से लेह में शून्य से नीचे के तापमान में भूख हड़ताल पर बैठे हैं। इस तापमान के बावजूद उनके प्रदर्शन में हिस्सा लेने वालों की तादाद लगातार बढ़ती जा रही है।
2019 में जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटाते ही दोनों राज्यों के विशेष संवैधानिक पॉवर खत्म हो गई थी। केंद्र ने जम्मू और कश्मीर को तो राज्य का दर्जा दिया गया है लेकिन लद्दाख को केंद्रशासित प्रदेश बना दिया है। वांगचुक का कहना है कि केंद्रशासित राज्य होने के कारण इसकी सत्ता का केंद्र दिल्ली से है और इस वजह से यहां इंडस्ट्रीज आकर पर्यावरण के साथ तो छेड़छाड़ कर ही रही है, साथ ही यहां को लोगों के विकास पर ध्यान नहीं दिया जा रहा।
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