भिवानी में परिवार की बेटियों के साथ कुशल घनघस।
हरियाणा के भिवानी में गांव जताई की कुशल घनघस ने ग्रैपलिंग रेसलिंग में गोल्ड मेडल जीता है। दो नौजवान बेटों की मां कुशल 45 साल की उम्र में गोल्ड मेडल हासिल कर समाज के लिए प्रेरणा बन गई हैं। सोमवार को उसका भिवानी पहुंचने पर ग्रामीणों और परिजनों ने जोरदार स्वागत किया। कुशल को नोटों की मालाएं पहनाई गई।
जीन्द ज़िला निवासी कुशल की शादी 1998 में गांव जताई के जगबीर घनघस के साथ हुई थी। वह आज 22 साल के रवि और 16 साल के लक्ष्य की मां है। खास बात है कि कुशल ने 8वीं कक्षा से पढ़ाई ससुराल आकर की। उसके बाद औद्योगिक सुरक्षा बल पुलिस में भर्ती हुई। एक साल बाद ख़त्म कर दिया गया।
पदक विजेता बहू का स्वागत करते हुए महिलाएं।
कुशल फिलहाल गुरुग्राम के पालम विहार थाना में SPO (स्पेशल पुलिस ऑफिसर) के पद पर तैनात है। इस नौकरी पर रहते कुशल पिछले 3-4 साल से ग्रैपलिंग रेसलिंग की खिलाड़ी बनी है। हाल ही में यूपी के गोंडा में हुई सेकेंड नेशनल ग्रैपलिंग रेसलिंग चैम्पियनशिप में हरियाणा का प्रतिनिधित्व करते हुए एमपी की खिलाड़ी को पटकनी देकर गोल्ड मेडल हासिल किया।
कुशल घनघस के गोल्ड मेडल लेकर अपनी ससुराल जताई गांव में पहुंचने पर भव्य स्वागत हुआ। उन्हें नोटों की मालाएं पहनाई गई। महिलाओं ने मंगल गीत गाए। अपने इस सम्मान पर कुशल ने कहा कि वो अपने पति के सहयोग से ये गोल्ड मेडल हासिल कर पाई। उनके पति ने उनकी पढ़ाई व नौकरी से लेकर खेल तक में बीना किसी प्रतिबंध के सहयोग किया।