राजस्थान के भिवाड़ी औद्योगिक क्षेत्र के हरियाणा के रेवाड़ी में दूषित पानी आने को लेकर हरियाणा के सीएम मनोहर लाल की वॉर्निंग से राजस्थान एक्टिव हो गया है। राजस्थान की ओर से दूषित पानी को रीसाइक्लिंग करने के लिए टेंडर निकाल दिए गए हैं। पड़ोसी राज्य की उद्योग मंत्री शकुंतला रावत ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा है कि समस्या को दुरुस्त करने का प्रयास किया जा रहा है, जल्द ही इसका समाधान निकाल लिया जाएगा।
राजस्थान की उद्योग मंत्री ने कहा कि हरियाणा और राजस्थान राज्य भारत देश के ही प्रदेश हैं। दोनों राज्यों की समस्या को दूर करने के लिए आपस में बैठकर समस्या को दूर करने का प्रयास करेंगे। भिवाड़ी औद्योगिक क्षेत्र के दूषित पानी को रीसाइक्लिंग करने के लिए टेंडर दे दिए गए हैं, आने वाले समय में दूषित पानी को रीसाइक्लिंग कर उद्योगी के उपयोग में लिया जाएगा। साथ ही भिवाड़ी इंडस्ट्रीज के पानी को रोकने का प्रयास किया जा रहा है।
हरियाणा सीएम राजस्थान बॉर्डर का दौरा करने पहुंचे, इस दौरान उनका काफिला सड़कों पर भरे हुए दूषित जल के बीच गुजरा।
क्या है पूरा मामला
हरियाणा के रेवाड़ी जिले में राजस्थान के भिवाड़ी से छोड़े जाने वाला गंदा पानी कई गांवों में घुस रहा है। खासकर इनदिनों में बरसात में हालात ज्यादा खराब हो गए हैं। यहां के गांव धारूहेड़ा में फिर से दूषित पानी घुस गया है, जहां एक बार फिर हालात बिगड़ गए है। इस समस्या को लेकर कई बार राजस्थान से शिकायत की जा चुकी है। अब इस मुद्दे पर हरियाणा सीएम मनोहर लाल ने गंभीरता से लिया है।
राजस्थान से लिखित में मांगा जवाब
जनसंवाद कार्यक्रम करने से पहले हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने हरियाणा-राजस्थान बॉर्डर का मुआयना किया। भिवाड़ी जाकर सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (CTP) की वर्किंग भी देखा। साथ ही रेवाड़ी DC मोहम्मद इमरान रजा से इस गंभीर विषय पर चर्चा भी की। सीएम ने बताया कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से बात की है और उन्होंने हमें उचित कदम उठाने का आश्वासन दिया है। लेकिन हमने उनसे लिखित में मांगा है ताकि किसी भी स्तर पर ढिलाई न हो।
सीएम मनोहर लाल ने राजस्थान-हरियाणा बॉर्डर का भी निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों से भी चर्चा की।
राजस्थान के साथ आज बैठक
CM ने बताया कि इस मामले के स्थायी समाधान के लिए रविवार को संबंधित विभागों के आला अधिकारियों के साथ बैठक आयोजित की जाएगी, जिसमें राजस्थान के अधिकारी भी बुलाए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने बताया कि इस मामले के समाधान के लिए यदि राजस्थान सरकार के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट तक भी लड़ाई लड़नी पड़ेगी तो हम उसके लिए तैयार हैं। भिवाड़ी की तरफ से गंदा पानी धारूहेड़ा की और छोड़ने पर एनजीटी ने राजस्थान पर 45 करोड़ रुपए का जुर्माना भी लगाया हुआ है, लेकिन उस पर राजस्थान ने कोर्ट से सटे लिया हुआ है।
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अब राजस्थान को इस मामले में उचित कार्रवाई के लिए 7 दिन का नोटिस दिया जाएगा।
सड़कों पर 2 से ढाई फीट पानी भरा
पिछले 3 दिन से लगातार हो रही बारिश के पानी के साथ भिवाड़ी की तरफ से धारूहेड़ा एरिया में केमिकल युक्त पानी छोड़ा जा रहा है। सोहना रोड यानी रेवाड़ी-पलवल नेशनल हाईवे-919 पर तो हालात यह बन गए कि छोटे वाहन तो छोड़ो बड़े वाहन तक पानी से नहीं निकल पा रहे हैं। 2 से ढाई फीट पानी सड़क पर खड़ा हो गया है। धीरे-धीरे पानी रिहायशी इलाकों की तरफ बढ़ रहा है। बीमारियां फैलने का खतरा भी है।
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