एस• के• मित्तल
सफीदों, आजादी के 75वें अमृत महोत्सव के अवसर पर रास कला मंच द्वारा पांचवे सर्पदमन नाटक उत्सव में हरियाणा के क्रांतिकारी वीर नामक नाटक का प्रस्तुतिकरण किया गया। नाटक में कलाकारों ने हरियाणा के महान क्रांतिकारियों के जीवन शौर्य और वीरता से भरे इतिहास का खूबसूरती से मंचन किया। कलाकारों की प्रस्तुति को दर्शकों ने जमकर सराहा।
सफीदों, आजादी के 75वें अमृत महोत्सव के अवसर पर रास कला मंच द्वारा पांचवे सर्पदमन नाटक उत्सव में हरियाणा के क्रांतिकारी वीर नामक नाटक का प्रस्तुतिकरण किया गया। नाटक में कलाकारों ने हरियाणा के महान क्रांतिकारियों के जीवन शौर्य और वीरता से भरे इतिहास का खूबसूरती से मंचन किया। कलाकारों की प्रस्तुति को दर्शकों ने जमकर सराहा।
नाटक के माध्यम से बताया गया कि शेर नाहर सिंह, पंडित नेकीराम शर्मा, लाला हुकुम चंद्र जैन, मिर्जा मुकीम चंद्र बेग तथा राव तुला राम जिन्होंने अपनी वीरता व बलिदान से मातृभूमि भारत का सिर गर्व से ऊंचा किया। परंतु दुर्भाग्य का विषय है कि हमें शुरुआत से ही आधा-अधूरा इतिहास पढ़ाया गया और हमारे बुजुर्गों के बलिदान और शहादत की गाथा हमारे सामने नहीं आ सकी। आजादी में हरियाणा के लोगों का योगदान भी भारत के अन्य प्रदेशों के लोगों के भांति अतुलनीय रहा है।
नाटक के माध्यम से हरियाणा के क्रांतिवीरों, आजादी के अनकहे किस्सों और नायकों के आदर्शों के बारे में विस्तार से अवगत करवाया गया। इस मौके पर डा. रुचि भारद्वाज, रामेश्वर दास गुप्ताख्ख्, साधुराम बंधु, नरेश सिंह बराड़, उषा बराड़, मुकेश थनई, कविता शर्मा, रुचि कंसल, संजीव पुंडीर, यशपाल सूरी, अरविंद शर्मा व नीलम कंसल विशेष रूप से मौजूद थे।