स्कूल को विलय करने का कालवा गांव के ग्रामीणों ने किया विरोध ग्रामीणों ने बीईओ पिल्लूखेड़ा को सौंपा ज्ञापन

122
Advertisement
एस• के• मित्तल 
सफीदों,      उपमंडल के गांव कालवा के ग्रामीणों ने वीरवार को गांव के राजकीय कन्या पाठशाला को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में विलय करने का जमकर विरोध किया और एक ज्ञापन खंड शिक्षा अधिकारी पिल्लूखेड़ा किरणबाला को सौंपा। इस मौके पर गांव के सरपंच सलिंद्र कुमार, कालवा बारहा तपा के प्रधान दिलबाग सिंह व जिला पार्षद हैप्पी कालवा सहित काफी तादाद में ग्रामीण मौजूद थे।
ज्ञापन देने से पूर्व ग्रामीणों ने कन्या उच्च विद्यालय के प्रांगण में बैठक भी की और आगामी रणनीति पर चर्चा की। ज्ञापन में ग्रामीणों ने कहा कि सरकार और शिक्षा विभाग द्वारा स्कूलों को एक-दूसरे में विलय करना कतई गलत है। मौजूदा हरियाणा सरकार की नीतियां शिक्षा और स्कूलों की विरोधी है। सरकार ने गांव कालवा के 75 साल पुरानी प्राथमिक कन्या पाठशाला को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में विलय करने का गलत फैसला लिया है। सरकार का निर्णय ग्रामीणों को किसी भी कीमत पर मान्य नहीं है। ग्रामीणों ने साफ किया कि वे किसी भी हालत में गांव के स्कूल का विलय नहीं होने देंगे। अगर सरकार व शिक्षा विभाग ने गांव के लोगों की भावनाओं के विरूद्ध स्कूल का विलय नहीं रोका तो वे आंदोलनरत्त होने को मजबूर होंगे।
वहीं जिला पार्षद हैप्पी कालवा ने कहा कि गांव कालवा की प्राथमिक कन्या पाठशाला को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक में विलय करने का सरकार ने नोटिस जारी किया है। कालवा गांव करीब 8500 की आबादी का बहुत बड़ा गांव है। कन्या प्राथमिक पाठशाला में बच्चों की पूरी संख्या है तथा गांव के बीच में इस स्कूल के होने के कारण बच्चों को आने जाने में काफी सुविधा रहती है। जबकि राजकीय वरिष्ठ विद्यालय गांव से बाहर है। ग्रामीणों का ज्ञापन लेकर बीईओ ने उचित कार्रवाई का भरोसा दिया।
Advertisement