आम जनता व स्कूली बच्चों को साइबर सुरक्षा व नशे के खिलाफ किया गया जागरूक
जागरूकता से ही साइबर क्राइम से बचाव संभव : अर्श वर्मा एएसपी जींद
एस• के• मित्तल
जींद, पुलिस लाइन जींद स्थित डीएवी पुलिस पब्लिक स्कूल में आए दिन हो रहे साइबर फ्रॉड व नशे के खिलाफ जागरूकता के लिए राहगीरी कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के तौर पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जींद अर्श वर्मा आईपीएस ने शिरकत की व साइबर फ्रॉड से बचने के लिए सुरक्षात्मक उपाय सुझाए। जिस दौरान डीएवी स्कूल के बच्चों द्वारा वहां मौजूद दर्शकों के सामने योगा का प्रदर्शन किया गया। साथ नारा लेखन प्रतियोगिता, लड़कियों ने सेल्फ डिफेंस के लिए यूएसी फ्रॉड से बचने के लिए सुरक्षात्मक उपाय सुझाए। जिस दौरान डीएवी स्कूल के बच्चों द्वारा वहां मौजूद दर्शकों के सामने योगा का प्रदर्शन किया गया। साथ नारा लेखन प्रतियोगिता, लड़कियों ने सेल्फ डिफेंस के लिए यूएसी, नृत्य व रस्सा –कस्सी प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया।
स अवसर पर डीएवी पुलिस पब्लिक स्कूल के प्रिंसिपल राजेश कुमार, साइबर सुरक्षा शाखा इंचार्ज अमित कुमार,सीडीआई सतीश कुमार व मेरा गांव मेरी शान टीम के मेंबर उप निरीक्षक नरेश ढांडा आदि मौजूद रहे। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जींद श्री अर्श वर्मा ने साइबर ठगी के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि जागरूकता से ही साइबर क्राइम से बचाव संभव है। उन्होंने लाेगाें काे साइबर क्राइम के संबंध में बताया कि कुछ समय से दैनिक आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए आम आदमी का रुझान ऑनलाइन प्रक्रिया की तरफ बढ़ा है। इसके कारण अपराधी साइबर धोखाधड़ी को अनेक माध्यमों से एक संगठित अपराध के रूप में अंजाम दे रहे हैं।
इसलिए कुछ सावधानी रखकर खुद काे साइबर ठगी से बचा सकते हैं। साइबर जागरूकता अभियान के तहत जिला पुलिस जींद के साइबर सेल इंचार्ज अमित कुमार ने स्कूली छात्र–छात्रों व अन्य लोगों को साइबर क्राइम के प्रति जागरूक करते हुए बताया कि किसी भी अनजान व्यक्ति से अपना ओटीपी शेयर न करने और न ही किसी अनजान के साथ आधार नंबर, ईमेल आईडी, सत्यापन कोड व अन्य किसी भी तरह की निजी जानकारी साझा न करने की अपील की है। किसी भी प्रकार के साइबर फ्रॉड का शिकार होने पर तुरंत साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर जानकारी दें।
इस तरह रखे सावधानी:–
1.साइबर सेल इंचार्ज ने बताया कि फोन काॅल, एसएमएस या अन्य किसी माध्यम से ओटीपी, यूपीआई पिन, एटीएम पिन और सीवीवी किसी के साथ भी शेयर न करें।
2.एसएमएस व वाट्सअप के माध्यम से आए किसी भी लिंक को क्लिक न करें।
3.यह ध्यान रखना चाहिए कि जब भी कोई पैसे भेजता है तो धनराशि अपने आप खाता में जमा हो जाती है। किसी के भी कहने पर रिमोट एक्सेस एप जैसे क्यूक स्पाेर्ट, एनीडेस्क, टीम विवर, एंड्रायड आदि को प्ले स्टाेर से डाउनलोड न करें और न ही इनके आईडी व पासवर्ड किसी से शेयर करें।
4.फोन, ईमेल, एसएमएस या वाट्सअप पर आए नाैकरी, लाटरी जैसे विज्ञापनों पर विश्वास न करें।
5.एटीएम से पैसे निकालते या जमा करते समय किसी भी अंजान व्यक्ति की सहायता न लें। अपने एटीएम पिन को समय समय पर बदलते रहें।
6.फोन और एप को हमेशा नए वर्जन के साथ अपडेट रखें और सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर जरूरत से ज्यादा निजी जानकारियां शेयर न करें।
7.किसी भी प्रकार की ऑनलाइन धोखाधड़ी होने पर तुरंत अपने बैंक तथा नजदीकी पुलिस स्टेशन में शिकायत दें और साइबर क्राइम पोर्टल cybercrime.gov.in पर अपनी शिकायत रजिस्टर्ड कराए।
नशे के खिलाफ चलाए गए ड्रग व हिंसा मुक्त मेरा गांव मेरी शान अभियान के तहत जिला जींद में नशे के विरुद्ध जागरूकता के लिए बनाई टीम के सदस्य ई एसआई नरेश कुमार ने बच्चों को नशे से होने वाले दुष्परिणामों से अवगत कराया। स्वयं को व दूसरों को हमेशा नशे से दूर रखने के लिए शपथ दिलाई गई जिसमें वहां मौजूद दर्शकों ने शपथ ग्रहण की। साथ ही शपथ पत्र पर हस्ताक्षर भी कराए गए। इस अवसर पर डीएवी पुलिस पब्लिक स्कूल के बच्चों द्वारा शारीरिक व मानसिक रूप से स्वस्थ रहने के लिए योग का भव्य आयोजन किया गया। बच्चों ने पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता, कविता , सॉन्ग व नृत्य में भी बढ़ चढ़ कर भाग लिया।