एस• के• मित्तल
सफीदों, गुरूद्वारा सिंघ सभा सफीदों शहर के तत्वावधान में बुधवार को गुरू गोबिंद सिंह जयंती धूमधाम से मनाई गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता गुरूद्वारा के प्रधान पोला सिंह ने की। इस अवसर पर शहर में विशाल नगर कीर्तन निकाला गया। नगर कीर्तन की अगुवाई पंच प्यारों ने की। रास्ते भर लोगों श्री गुरू ग्रंथ साहिब पालकी पर शीश नवाया व प्रसाद ग्रहण किया। पालकी के आगे-आगे श्रद्धालुगण जल छिड़कते व झाडू से मार्ग को साफ करते हुए चल रहे थे।
सफीदों, गुरूद्वारा सिंघ सभा सफीदों शहर के तत्वावधान में बुधवार को गुरू गोबिंद सिंह जयंती धूमधाम से मनाई गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता गुरूद्वारा के प्रधान पोला सिंह ने की। इस अवसर पर शहर में विशाल नगर कीर्तन निकाला गया। नगर कीर्तन की अगुवाई पंच प्यारों ने की। रास्ते भर लोगों श्री गुरू ग्रंथ साहिब पालकी पर शीश नवाया व प्रसाद ग्रहण किया। पालकी के आगे-आगे श्रद्धालुगण जल छिड़कते व झाडू से मार्ग को साफ करते हुए चल रहे थे।
नगर कीर्तन में गुरू गोबिंद सिंह के जीवन चरित्र से संबंधित झांकी विशेष रूप से दृशनीय रही। वहीं फौजी बैंड ने भी अपनी कलाबाजियां दिखाई। नगर कीर्तन का अनेक स्थानों पर भव्य स्वागत किया गया और लंगर का आयोजन किया गया। नगर कीर्तन में गतका पार्टी ने अपने-अपने करतब दिखाकर सभी को हैरान कर दिया। नगर कीर्तन में रागी व टाढी जत्थे ने शब्द कीर्तन के माध्यम से गुरू गोबिंद सिंह जी के गुणों का बखान करते हुए कहा कि गुरु गोबिंद सिंह एक आध्यात्मिक गुरु होने के साथ-साथ एक योद्धा, कवि और दार्शनिक भी थे। गुरु गोबिंद सिंह ने खालसा पंथ की स्थापना की थी।