खरीद एजेंसियां एवं मार्किट कमेटी झाड़ रही पल्ला
अनाज मंडी के पीडि़त आढ़तियों में रोष व्याप्त
राहत नहीं मिली तो खटखटाएंगे कोर्ट का दरवाजा: पीडि़त आढ़ती
एस• के• मित्तल
सफीदों, सफीदों की नई अनाज मंडी में कुछ दिन पहले गेंहु व बारदाने में लगी आग का मामला गहरा गया है। एक तरफ आढ़तियों का कहना है कि यह आग बिजली की लटकती तारों में सार्ट सर्किट से लगी थी लेकिन दूसरी ओर मार्किट कमेटी के अधिकारियों का दावा है कि यह आग सार्ट-सर्किट से नहीं लगी। इस सारे घटनाक्रम का सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियों में साफ तौर पर दिख रखा है कि चाय के खोखे के ऊपर से गुजर रही बिजली की तार में पहले सार्क सर्किट हुआ और कुछ ही पलों में तारों से निकली आग गेंहु के कट्टों में फैल गई और हजारों गेंहू के कट्टों को अपनी आगोश में ले लिया।
सफीदों, सफीदों की नई अनाज मंडी में कुछ दिन पहले गेंहु व बारदाने में लगी आग का मामला गहरा गया है। एक तरफ आढ़तियों का कहना है कि यह आग बिजली की लटकती तारों में सार्ट सर्किट से लगी थी लेकिन दूसरी ओर मार्किट कमेटी के अधिकारियों का दावा है कि यह आग सार्ट-सर्किट से नहीं लगी। इस सारे घटनाक्रम का सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियों में साफ तौर पर दिख रखा है कि चाय के खोखे के ऊपर से गुजर रही बिजली की तार में पहले सार्क सर्किट हुआ और कुछ ही पलों में तारों से निकली आग गेंहु के कट्टों में फैल गई और हजारों गेंहू के कट्टों को अपनी आगोश में ले लिया।
इस मामले में पीडि़त तीनों आढ़ती फर्म लांबा ट्रेडिंग कंपनी के मालिक सुल्तान सिंह, हनवंत राय सतनारायण के मालिक रमेश चंद व नीलकंठ ट्रेडिंग कंपनी के मालिक संजीव कुमार ने शासन और प्रशासन के प्रति गहरा रोष व्याप्त है। पीडि़त आढ़तियों का कहना था कि इस आगजनी की घटना में क्रमश: 2200, 600 व 400 कट्टे गेंहू के कट्टे जलकर खाक हो गए। इसके अलावा खाली बारदानें की करीब 8 गांठे भी जलकर स्वाहा हो गई। इस घटना में उन्हे लाखों रूपयों का नुकसान हुआ है। जिस दिन यह घटना हुई थी उस दिन मार्किट कमेटी, एफसीआई, हैफेड व फूड एण्ड सप्लाई के अधिकारियों व कर्मचारियों ने मौके पर पहुंचकर मुआयना किया। उससे अगले दिन खरीद एजेंसियों के बड़े अधिकारियों ने घटनास्थल का दौरा करके सारे मामले को संज्ञान में लेकर आढ़तियों का आश्वासन दिया था कि उनके नुकसान की भरपाई करवाई जाएगी और खाली बारदाना तत्काल प्रभाव से उपलब्ध करवाया जाएगा लेकिन अधिकारियों का दौरा केवल पिकनिक सैरेमनी साबित हुई।
आढ़तियों को आजतक ना तो कोई मुआवजा मिला और ना ही जले ही बारदाने के बदले नया बारदाना। उन्होंने कहा कि वे इस मामले में मार्किट कमेटी व खरीद एजेंसियों के अधिकारियों से मिले थे लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं की जा रही और केवल आश्वासन देकर उन्हे धोखे में रखा जा रहा है। उन्होंने इस मामले में पुलिस को भी एक शिकायत दी थी। अब उनके ऊपर अधिकारियों के द्वारा यह शिकायत वापिस लेने का दबाव बनाया जा रहा है। इसके अलावा उनके ऊपर यह भी दबाव बनाया जा रहा है कि वे यह कहना बंद कर दें कि आग सार्ट सर्किट से लगी है।
जबकि यह सच्चाई है कि आग मंडी में से गुजर रही बिजली की तार में सार्ट सर्किट से लगी है और उसका वीडियों उनके पास है, जिसमें सारा मामला साफ तौर पर दिखाई दे रहा है। इसके अलावा जब आनन-फानन में बिजली की तारें बदली गईं थी उसकी भी वीडियों उनके पास है। पीडि़त आढ़तियों ने साफ किया कि अगर उनको राहत प्रदान नहीं की गई तो वे कानून का दरवाजा खटखटाने को मजबूर होंगे।