फरीदाबाद। सफल आपरेशन के बाद बीच में पति-पत्नी और साथ में हैं डा. अभिनव कत्याल व डा. संतोष।
- मरीज को 4 वर्ष पहले हार्टअटैक आया था तो उन्हें किडनी की समस्या का पता चला था
- वर्ष 2022 आते-आते उन्हें सप्ताह में 3 बार डायलिसिस कराने की जरूरत पड़ने लगी।
सर्वोदय हॉस्पिटल में फरीदाबाद निवासी प्रेमचंद माहौर (43 ) को उनकी पत्नी संतोष माहौर (36 ) ने किडनी देकर नई जिंदगी का तोहफा दिया। मरीज की मेडिकल हालत को देखते हुए यह बहुत ही जटिल ट्रांसप्लांट रहा जिसे सफलतापूर्वक करने का श्रेय सर्वोदय हॉस्पिटल के वरिष्ठ किडनी विशेषज्ञ डॉ. अभिनव कत्याल, वरिष्ठ किडनी विशेषज्ञ डॉ तन्मय पंड्या एवं डॉ. किंजल बनर्जी को जाता है। मरीज प्रेमचंद लम्बे समय से डायबिटिक एवं हायपरटेंशन (बीपी ) की समस्या से पीड़ित थे। उन्हें 4 वर्ष पहले हार्टअटैक जब आया था तो उन्हें किडनी की समस्या का पता चला। वर्ष 2022 आते-आते उन्हें सप्ताह में 3 बार डायलिसिस कराने की जरूरत पड़ने लगी। वरिष्ठ किडनी विशेषज्ञ डॉ. अभिनव कत्याल ने के अनुसार मरीज को जब डायलिसिस कराने के लिए कैथेटर लगवाना पड़ता था तो उनकी नसें बहुत पतली होने से डायलिसिस प्रक्रिया में परेशानी आती थी।
इस परेशानी को देखते हुए मरीज को किडनी ट्रांसप्लांट कराने की सलाह दी गई। मरीज को किडनी देने के लिए उनकी पत्नी आगे आईं और उनकी सभी जरूरी मेडिकल चेकअप किए गए। जब किडनी ट्रांसप्लांट से पहले की सभी जरूरी प्रक्रिया पूरी हो गईं तो मरीज के छाती में पानी भरने लगा और इन्फेक्शन बढ़ने लगा। ऐसे में एहतियात बरतते हुए ट्रांसप्लांट सर्जरी पूरी की गई। वरिष्ठ किडनी विशेषज्ञ डॉ. तन्मय पंड्या के अनुसार मरीज की सर्जरी होने के कुछ समय बाद ही उनके यूरिन का फ्लो आ गया और उसके छाती का पानी अथवा इन्फेक्शन भी कम होने लगा।
कुछ दिन तक मेडिकल ऑब्जरवेशन में रखते हुए मरीज और उनकी पत्नी को हॉस्पिटल से डिस्चार्ज कर दिया गया। सर्वोदय हॉस्पिटल के चेयरमैन डॉ. राकेश गुप्ता ने कहाकि यह एक संयोग है कि विश्व महिला दिवस एवं वर्ल्ड किडनी डे पर एक महिला ने अपने पति को किडनी देकर उसकी स्वस्थ जिंदगी में वापसी कराई है। यह महिलाओं के त्याग एवं समर्पण का एक अनूठा उदाहरण है।