एस• के• मित्तल
सफीदों, श्रद्धा वालुकर के लिव इन रिलेशन पार्टनर आफताब अमीन पूनावाला द्वारा खौफनाक तरीके से हत्या समाज को समाज को झकझौरने वाली घटना है। विश्व हिंदू परिषद जिला जींद उपाध्यक्ष अरविंद शर्मा ने इस घिनौने कृत्य की कड़ी निंदा वह भत्र्सना करते हुए कहा कि लव जिहाद गंभीर समस्या है और यह अपने पांव तेजी से फैल आती जा रही है। बीते एक दशक में ऐसी लड़कियों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हुई है जिन्होंने मुस्लिम समुदाय के लड़कों से विवाह किया।
जो या तो मारी गई, या धर्मांतरण के लिए विवश हुई अथवा उनकी जिंदगी तबाह हो गई। हाल ही में उच्चतम न्यायालय ने भी चिंता जाहिर करते हुए कहा कि जबरन या छल कपट से धर्मांतरण को रोकने के लिए केंद्र सरकार को प्रयास करने चाहिए। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि हमारे समाज को जागना होगा तथा अपनी सनातन हिंदू संस्कृति के अनुरूप अपनी लड़कियों का पालन पोषण करके उनमें जागृति पैदा करनी होगी। उन्हे लव जिहाद के दुष्परिणाम के बारे में बताना होगा और अभिभावकों को अपनी बेटियों पर पकड़ी नजर रखनी होगी। आज आधुनिक शिक्षा में भी सुधार की आवश्यकता है। अपने घरों में धार्मिक अनुष्ठान व सत्संग-कीर्तन में लड़कियों की सहभागिता जरूरी है। आधुनिक दौर में खुलेपन से लड़कियों पर अंकुश लगाना होगा।
परिवार में सभी एक छत के नीचे प्रेम सौहार्द से रहेंगे तो ही लड़कियों में संस्कार पैदा होंगे। समाज में रहकर हर किसी की बेटियों को अपनी बेटी समझना होगा। आधुनिक सोच के नाम पर सनातन संस्कृति को पीछे धकलने की कोशिश की जा रही है। एक एसी पीढ़ी का निर्माण हो रहा है जो दिग्भ्रमित है और जिनके लिए प्रेम देह आकर्षण से अधिक कुछ भी नहीं है। उन्होंने सरकार से मांग की कि बर्बरता पूर्ण तरीके से लड़कियों की हत्या करने वाले दोषियों को जल्द से जल्द फांसी दी जाए।
ऐसी घटनाओं पर रोक लगाने के लिए ऐसे मानसिकता वाले लोगों को फांसी पर लटका दिया जाना ही एकमात्र विकल्प है अन्यथा ना जाने कितनी लड़कियां श्रद्धा वालुकर की तरह मारी जाती रहेंगी।
श्रद्धा की बर्बरता से हत्या पर समाज को चेतना होगा: अरविंद शर्मा
सफीदों, श्रद्धा वालुकर के लिव इन रिलेशन पार्टनर आफताब अमीन पूनावाला द्वारा खौफनाक तरीके से हत्या समाज को समाज को झकझौरने वाली घटना है। विश्व हिंदू परिषद जिला जींद उपाध्यक्ष अरविंद शर्मा ने इस घिनौने कृत्य की कड़ी निंदा वह भत्र्सना करते हुए कहा कि लव जिहाद गंभीर समस्या है और यह अपने पांव तेजी से फैल आती जा रही है। बीते एक दशक में ऐसी लड़कियों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हुई है जिन्होंने मुस्लिम समुदाय के लड़कों से विवाह किया।