शहीद सौरभ गर्ग की याद में आयोजित हुआ रक्तदान शिविर रक्तदाताओं को बांटे गए हेलमेट, 111 यूनिट रक्त किया गया एकत्रित

एस• के• मित्तल   
सफीदों,   सफीदों के खंड पिल्लूखेड़ा में शहीद सौरभ गर्ग की 11वीं पुण्यतिथि पर शुक्रवार को मार्किट कमेटी पिल्लूखेड़ा में एक रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में रक्तदाताओं को सड़क सुरक्षा के मध्यनजर एक-एक हेलमेट प्रदान किया गया।
इस रक्तदान शिविर में लगभग 111 यूनिट रक्त एकत्रित किया गया। इस रक्तदान शिविर में ब्रहमकुमारी रजनी बहन, अखिल भारतीय अग्रवाल समाज हरियाणा के अध्यक्ष एवं प्रमुख समाजसेवी डा. राजकुमार गोयल, गुरू नानक संघ सेवा समिति सफीदों के प्रधान श्याम स्वामी, समाजसेवी डा. देवेंद्र सहरावत, सौरभ गर्ग के पिता चंद्रभान गर्ग, माता सुनीता गर्ग, भारत विकास परिषद सफीदों के अध्यक्ष डा. नरेश वर्मा, समाजसेवी सावर गर्ग, शिक्षाविद् रामधन जैन, हरियाणा पत्रकार संघ के अध्यक्ष महाबीर मितल, अग्रवाल वैश्य समाज के अध्यक्ष प्रवीण मितल, समाजसेवी सुशील जैन, सज्जन गर्ग, समेर जैन, विजयपाल, नारायणदत, अनिल कुण्डू, योगेश जैन, सन्दीप, रमेश सिंगला, सुशील सिंगला, रजत सिंगला विशेष रूप से मौजूद थे। इस अवसर पर अपने संबोधन में राजकुमार गोयल ने कहा कि शहीद सौरभ गर्ग की पुण्यतिथि पर हर साल किसी न किसी सामाजिक या धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन जरूर किया जाता है।
इसी कडी में इस बार शहीद गौरव गर्ग की 11वीं पुण्यतिथि पर गुरू नानक संघ सेवा समिति सफीदों द्वारा रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया है। गोयल ने कहा कि सौरभ गर्ग की शहादत को भूला नहीं जा सकता। हमें इनके बलिदान से प्रेरणा लेनी चाहिए और समाज में एक दुसरे की यथासंभव सहायता करनी चाहिए। इस अवसर पर गुरू नानक संघ सेवा समिति सफीदों के प्रधान श्याम स्वामी, समाजसेवी डा. देवेंद्र सहरावत ने बताया कि इस शिविर में करीब 111 यूनिट रक्त एकत्रित किया गया है। उन्होंने कहा कि रक्तदान से किसी भी प्रकार की कोई शारीरिक हानि नहीं होती। जरूरत पड़ने पर रक्त किसी जरूरतमंद की जान बचा सकता है। उसको नया जीवनदान दे सकता है। इसलिए सभी को समय समय पर रक्तदान अवश्य करने रहना चाहिए। इस अवसर पर ब्रह्माकुमारी रजनी बहन व पूर्व बीईओ डा. नरेश वर्मा इत्यादि ने कहा कि आज तक दुनिया में रक्त का कोई विकल्प नहीं है। रक्त की कमी रक्त से ही पूरी की जा सकती है। रक्त की कमी न रहे इसके लिए हमें समय समय पर रक्तदान करते रहना चाहिए। रक्तदान सबसे बड़ा महादान है। उन्होंने कहा कि कोई भी स्वस्थ व्यक्ति तीन महीने के बाद दोबारा रक्तदान कर सकता है। इस अवसर पर चंद्रभान गर्ग ने आए हुए सभी मेहमानों का धन्यवाद किया और अतिथियों को स्मृति चिन्ह देकर नवाजा।

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सौरभ स्मारक पिल्लूखेड़ा पर सौरभ गर्ग को किया गया नमन
करीबन 11 साल पहले पिल्लूखेड़ा में 11 लोगों की जान बचाकर खूद की जान देने वाले शहीद सौरभ गर्ग की 11वीं पुण्यतिथि पर सौरभ स्मारक पिल्लूखेडा पर शहीद सौरभ गर्ग को याद किया गया। इस अवसर पर अखिल भारतीय अग्रवाल समाज हरियाणा के अध्यक्ष राजकुमार गोयल ने सौरभ गर्ग की आदमकद प्रतिमा को माल्यार्पण करके श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर 2 मिनट का मौन रखकर शहीद सौरभ गर्ग को श्रद्धांजलि अर्पीत की। इस मौके पर सौरभ गर्ग के परिवार के सदस्य चंद्रभान गर्ग, सुनीता गर्ग, सज्जन गर्ग, श्याम स्वामी, देवेंद्र सहरावत, सावर गर्ग, रामधन जैन, सुशील जैन, रजत सिंगला, सुशील सिंगला इत्यादि प्रमुख रूप से उपस्थित थे। इस अवसर पर राजकुमार गोयल ने कहा कि 8 दिसंबर 2012 को सौरभ गर्ग के पड़ोस के मकान में भयंकर आग लग गई थी। पूरा मकान धू धू कर जलने लगा था। मकान के अंदर 11 जिंदगियां खतरे में थी। कोई भी मकान के अंदर जाने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा था।

एक तो पूरा मकान भयंकर आग की चपेट में था और दूसरा मकान में रखा एलपीजी गैस सिलेंडर किसी भी क्षण फटने का डर था लेकिन सौरभ गर्ग ने कतई भी अपनी जिन्दगी की परवाह नहीं की और जलती आग में कूद गया। सौरभ गर्ग ने एक एक करके सभी 11 सदस्यों को आग से सुरक्षित बाहर निकाला और खुद सिलेण्डर फटने से मौत की भेंट चढ गया। गोयल ने कहा कि उनकी याद में पिल्लूखेडा में 18 फीट ऊंचा एक स्मारक बनाया हुआ है ताकि आने वाली पीढियां सौरभ की इस बहादुरी से प्ररेणा ले सके। गोयल ने सौरभ गर्ग की माता और पिता का नाम लेते हुए कहा कि धन्य है ऐसे मां बाप जिन्होने से ऐसे जाबांज को जन्म दिया।

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