बेंगलुरु4 मिनट पहले
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बेंगलुरु के डोडाकलासंद्रा मेट्रो स्टेशन पर युवक को रोका गया था।
बेंगलुरु मेट्रो में एक युवक को इसलिए नहीं चढ़ने दिया, क्योंकि उसकी शर्ट के बटन खुले थे। मेट्रो अफसरों ने युवक को हिदायत दी कि शर्ट के बटन बंद कर लें और साफ कपड़ों में मेट्रो स्टेशन आएं, अन्यथा मेट्रो में चढ़ने नहीं दिया जाएगा।
डोडाकलासंद्रा मेट्रो स्टेशन पर मौजूद अन्य पैसेंजर्स ने घटना को रिकॉर्ड करके वायरल कर दिया। यात्रियों ने पोस्ट में BMRCL और बेंगलुरु दक्षिण सांसद तेजस्वी सूर्या को टैग किया।
BMRCL ने सफाई दी
BMRCL ने कहा- हम सभी यात्रियों के साथ समान व्यवहार करते हैं। यात्री अमीर हैं या गरीब, पुरुष हैं या महिला, इसके आधार पर कोई भेदभाव नहीं किया जाएगा। अफसरों को शक था कि यात्री नशे की हालत में था। उसे इसलिए रोका गया था, ताकी वह महिलाओं और बच्चों को परेशान नहीं करे। एक अधिकारी ने कहा- बातचीत के बाद उसे मेट्रो में यात्रा करने की परमीशन दी गई।
फरवरी में किसान को रोका था, तब सुरक्षा कर्मी बर्खास्त हुआ था
फरवरी में बेंगलुरु मेट्रो स्टेशन का एक वीडियो वायरल हुआ था। इसमें दिख रहा था कि राजाजीनगर मेट्रो स्टेशन के स्टाफ ने एक किसान को मेट्रो में चढ़ने से इसलिए रोक दिया, क्योंकि उसके कपड़े गंदे थे।
वीडियो में एक वृद्ध किसान बैग चेकिंग पॉइंट पर खड़ा दिख रहा था। उसके सिर पर सामान का एक बोरा रखा हुआ था। जिस समय किसान को रोका जा रहा था, तब वहां खड़े एक पैसेंजर ने अफसर से पूछा- क्या मेट्रो में चलने का कोई ड्रेस कोड है? पैसेंजर ने ही घटना के वीडियो को सोशल मीडिया पर पोस्ट किया।
वीडियो की जांच के बाद बेंगलुरु मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BMRCL) ने किसान को रोकने वाले सिक्योरिटी सुपरवाइजर को टर्मिनेट कर दिया है।
किसान को मेट्रो में एंट्री नहीं दी गई। इस पर अन्य लोगों ने किसान के लिए आवाज उठाई और अधिकारियों से सवाल किया।
अब जानिए, वायरल वीडियो में क्या था…
किसान को जब मेट्रो में जाने से रोका जा रहा था, तब वहां कार्तिक सी ऐरानी नाम के एक व्यक्ति भी मौजूद थे। वीडियो उन्होंने ही बनाकर पोस्ट किया। वीडियो में उनकी आवाज सुनाई दे रही है। वे किसान को मेट्रो में एंट्री से रोकने का विरोध कर रहे हैं।
कार्तिक मेट्रो सिक्योरिटी सुपरवाइजर से किसान को रोके जाने का कारण पूछ रहे थे। वे अधिकारी से कहते हैं कि मेट्रो में सफर करने के लिए क्या कोई ड्रेस कोड है।
वह व्यक्ति एक किसान है और उसके पास मेट्रो से यात्रा करने के लिए टिकट है। उसके बैग में कोई ऐसा सामान नहीं है, जिसे मेट्रो में ले जाना प्रतिबंधित हो। उसके पास केवल कपड़े हैं। किस आधार पर उसे मेट्रो में सफर करने से रोका जा रहा है?
कार्तिक अफसरों से कहते हैं कि मुझे ऐसा नियम दिखाएं जो मेट्रो के यात्रियों के लिए एक ड्रेस कोड अनिवार्य करता हो। क्या मेट्रो को सिर्फ VIP लोगों के लिए रोका जाता है? यह पब्लिक ट्रांसपोर्ट है।
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