एस• के• मित्तल
सफीदों, नगर की सामाजिक संस्था वुमेन इरा फाउंडेशन की महिला सदस्यों ने अपना पूरा दिन दृष्टिहीन बच्चों के साथ बिताया। फाउंडेशन की प्रधान गीतांजलि कंसल के नेतृत्व में संस्था की सदस्य पानीपत में दृष्टिहीन बच्चों के लिए चलाए जा रहे ब्लाइंड आश्रम का दौरा किया। यहां संस्था सदस्यों ने बच्चों के साथ समय बिताया और उन्हें खेल-खिलौने व अन्य जरूरत का सामान भेंट किया।
सफीदों, नगर की सामाजिक संस्था वुमेन इरा फाउंडेशन की महिला सदस्यों ने अपना पूरा दिन दृष्टिहीन बच्चों के साथ बिताया। फाउंडेशन की प्रधान गीतांजलि कंसल के नेतृत्व में संस्था की सदस्य पानीपत में दृष्टिहीन बच्चों के लिए चलाए जा रहे ब्लाइंड आश्रम का दौरा किया। यहां संस्था सदस्यों ने बच्चों के साथ समय बिताया और उन्हें खेल-खिलौने व अन्य जरूरत का सामान भेंट किया।
महिलाओं ने कई घंटें दृष्टिहीन बच्चों के साथ बिताकर उनके दर्द को भी जाना व समझा। बच्चे भी संस्था सदस्यों को अपने बीच पाकर बहुत खुशी महसूस कर रहे थे। संस्था की प्रधान गीतांजलि कंसल ने कहा कि संस्था द्वारा महिला उत्थान के कार्य निरंतर किए जाते हैं साथ ही साथ समाज के जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए भी हरसंभव प्रयास किया जाते हैं। इसी कड़ी में वृद्धाश्रम में वृद्धों, कुष्ठ आश्रम में कुष्ठ रोगियों, दिव्यांग व नेत्रहीन बच्चों की सहायता के प्रकल्प समय-समय पर हाथ में लिए जाते हैं। हर कार्य में संस्था से जुड़ी महिलाओं का भरपूर सहयोग मिलता है। अपने लिए तो सभी जीते हैं, जिसका जीवन दूसरों के काम आ जाए उस जीवन को सार्थक माना जाता है। इसी भावना के साथ संस्था की महिलाओं ने दृष्टिहीन बच्चों के साथ समय बिताया।
उनके साथ विभिन्न प्रकार के खेल खेले और उनके दर्द को बांटने का काम किया। गीतांजलि कंसल ने कहा कि नेत्रदान आज के समय की जरूरत है। हमारे द्वारा किया गया नेत्रदान न जाने किसके जीवन में उजियारा कर दे। ऐसे में हमारा परम कर्तव्य बन जाता है कि हम अपने मनुष्य जीवन को सार्थक करते हुए नेत्रदान अवश्य करें। इस मौके पर सैंटर इंचार्ज मोनिका शर्मा, नीलम कंसल, ज्योति, निशा, सुदेश, भावना, बबीता मित्तल, सोनिया, रुकमणि व सुदेश भारद्वाज सहित अनेक सदस्य मौजूद थीं।