हरियाणा के रोहतक में साइबर ठगी का मामला सामने आया है। जहां एक व्यक्ति को अपनी बातों में उलझाकर बीमा पॉलिसी शुरू करवा दी। इसके पैसे वापस निकलवाने के नाम पर 17 लाख 97 हजार 734 रुपए एंठ लिए। जिसकी शिकायत पुलिस को दी गई है। पुलिस ने मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी।
गांव बलियाना निवासी धर्मबीर ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसने वर्ष 2019 को एक व्यक्ति का फोन आया। फोन पर उसने पॉलिसी करवाने पर अच्छा लाभ होने की बात कही। जिस पर धर्मबीर उसकी बातों पर विश्वास कर लिया। जिसके बाद धर्मबीर पॉलिसी करवाने के लिए राजी भी हो गया।
पौने 5 लाख की करवाई 6 पॉलिसी
उन्होंने बताया कि उसने कुल 5 लाख 75 हजार 585 रुपए की कुल 6 पॉलिसी करवाई। जिसमें से पहली 1 लाख 3 हजार 494 रुपए की, दूसरी 1 लाख 70 हजार की, तीसरी 97 हजार 846 रुपए की, चौथी 34 हजार 246 रुपए की, पांचवीं 74 हजार 306 रुपए की व छठी पॉलिसी 95 हजार 693 रुपए की करवाई थी। उन्होंने चेक व बैंक के माध्यम से पॉलिसी की राशि जमा करवाई।
गुमराह करके रुपए एंठे
धर्मबीर ने आरोप लगाया कि ज्ञान नहीं होने के कारण धोखे से ज्यादा पॉलिसी करवा दी। जिसके कारण लगातार किश्त अदा करने में असमर्थ रहा। इसके बाद मुंबई के एक व्यक्ति ने फोन पर संपर्क किया। जिसने कहा कि वह सारा पैसा निकलवा देगा। जिसके लिए उसने अपने कहे अनुसार काम करवाए और गुमराह करके रुपए एंठ लिए।
पैसे निकलवाने के नाम पर 10 लाख 43 हजार ठगे
उसने आरोप लगाया कि 27 दिसंबर 2021 को 61 हजार 4 रुपए, 30 दिसंबर 2021 को 43704 रुपए, 10 जनवरी 2022 को 1 लाख 71 हजार 214 रुपए, 21 जनवरी 2022 को 2 लाख 24 हजार 928 रुपए, 5 फरवरी 2022 को 2 लाख 14 हजार 19 रुपए, 17 फरवरी 2 लाख 28 हजार 285 रुपए, 10 मार्च 2022 को 61704 रुपए, 4 मार्च को 39 हजार रुपए एंठे गए।
पैसे दिलाने के नाम पर मांगे रुपए
करीब साढ़े 10 लाख रुपए अदा किए। लेकिन बाद में फोन बंद आया। इसके दो-तीन महीने बाद एक फोन आया। जिसने खुद को मुंबई से बताया था। उन्होंने पैसे निकलवाने की बात कही। जिसके लिए उन्होंने राशि मांगी। इसलिए उसने 25 जुलाई 2022 को 20010 रुपए, 26 जुलाई को 29951 रुपए व 10 अगस्त को 1 लाख 96 हजार लिए गए।
मामला दर्ज
उन्होंने बताया कि 29 अगस्त 2022 को 1 लाख 55 हजार, 2 सितंबर को 47800 रुपए, 23 सितंबर 1 लाख 70 हजार 115 रुपए, 1 अक्टूबर को 1 लाख 35 हजार रुपए जमा करवाए। अभी और भी पैसे मांग रहे थे। जिसकी शिकायत पुलिस को दी गई। पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी।
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