हरियाणा के रोहतक जिले में मंगलवार को रोडवेज कर्मचारी 2 घंटे का विरोध प्रदर्शन करेंगे। प्रदर्शन का मुख्य उद्देश्य निजीकरण का विरोध करना है। सांझा मोर्चा के आह्वान पर सुबह 10 से 12 बजे तक धरन दिया जा रहा है, ताकि सरकार तक मांगों को पहुंचाया जा सके।
विरोध प्रदर्शन को लेकर सांझा मोर्चा विभिन्न रोडवेज वर्कर यूनियनों के साथ संपर्क व बैठक करता आ रहा है, ताकि सभी यूनियन एकजुट होकर निजीकरण का विरोध करें। वहीं यूनियनों में विरोधभास होने के चलते आंदोलन भी कमजोर रहता है, इसी उद्देश्य से सभी यूनियनों को अब एक साथ लाया गया है।
मंगलवार को रोडवेज वर्कशॉप में रोडवेज कर्मचारी एकत्रित होंगे। काले बिल्ले लगाकर व काले झंडे दिखाकर विरोध प्रदर्शन करते हुए बस स्टैंड तक पहुंचेंगे, जहां सरकार के खिलाफ रोष प्रकट करेंगे। सरकार करीब 952 परमिट देने का प्रयास कर रही है, जिसे रोडवेज कर्मचारी किसी भी सूरत में सहन नहीं करेंगे।
वहीं 10 सितंबर को करनाल में सांझा मोर्चा का विशाल कार्यकर्ता सम्मेलन बुलाकर बड़े आंदोलन की भी घोषणा की जाएगी। सांझा मोर्चा का कहना है कि रोडवेज का निजीकरण न तो जनता के हित में है और न ही विभाग के। दोनों को ही नुकसान होगा।