रोडवेज उडनदस्ते ने बगैर पंचिंग टिकटें बेचते परिचालक पकड़ा

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हिसार से पानीपत जा रही थी किलोमीटर स्कीम की बस

उच्चाधिकारियों को भेजी जाएगी रिपोर्ट: उडनदस्ता इंचार्ज

एस• के• मित्तल
सफीदों, हरियाणा रोडवेज के उडऩदस्ते ने जींद रोड़ स्थित जयपुर मोड़ के पास चेकिंग के दौरान किलोमीटर स्कीम की एक रोडवेज बस परिचालक को बिना पंचिंग टिकट बेचते हुए पकड़ा। उडऩदस्ते का नेतृत्व फलाईंग इंचार्ज कर्मबीर कर रहे थे। बताया जाता है कि यह बस नंबर एचआर39ई-9634 हिसार से पानीपत के लिए जा रही थी और बस के परिचालक ने सवारियों को करीब 5020 रूपए की बगैर पंचिंग टिकटे बेच रखी थी। मिली जानकारी के अनुसार जींद रोड पर स्थित गांव जयपुर मोड़ के पास रूटीन चेकिंग के लिए रोड़वेज का उडऩदस्ता इंचार्ज कर्मबीर के नेतृत्व में खड़ा था। उडऩदस्ते को जींद की ओर से एक किलोमीटर स्टीम की एक बस आती हुई दिखाई दी।
उडऩदस्ते ने इस बस को चेकिंग के लिए रुकवाया। चेकिंग के दौरान बस में बैठे यात्रियों के पास टिकटें तो मिली लेकिन वे पंचिंग हुई नहीं पाई गई। उडनदस्ते ने बस परिचालक से जवाबतलबी की तो परिचालक ने कहा कि उसे हिसार बस अड्डे पर टिकटें तो दे दी गई लेकिन पंचिंग मशीन नहीं दी गई। जिसकी वजह से उसे बिना पंच किए टिकटें यात्रियों को देनी पड़ी। जवाब से संतुष्ट नहीं होने पर उडऩदस्ता बस को अपने कब्जे में लेकर सफीदों के बस स्टैंड पर लेकर आया। उडनदस्ते के इंचार्ज कर्मवीर ने बताया कि इस मामले में परिचालक का फ्रॉड सामने आया है। परिचालक ने बस में बैठी करीब 50 से 60 सवारियों को बिना पंचिंग टिकते वितरित की। अगर यह बस चैक ना होती तो हो सकता था कि परिचालक वह टिकटे बाद में सवारियों से वापिस लेकर दोबारा से बेच सकता था। बिना पंचिंग के बेची गई टिकटों की कीमत करीब 5020 रूपए है। इस मामले की एक रिपोर्ट तैयार करके उच्चाधिकारियों को भेजी जाएगी और उसके बाद विभागीय कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
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इस मामले में बस के परिचालक नरेंद्र कुमार ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि रात करीब 8 बजे उनके पास फोन आया कि वह रोडवेज कर्मचारियों की हड़ताल के मद्देनजर हिसार बस अड्डे पर आकर अपनी सेवाएं दे। इसके बाद वह रात को रात को वहां पर पहुंचा। रात को जीएम रोडवेज हिसार ने उसे टिकटें व एक लैटर तो दे दिया लेकिन उसे पंचिंग मशीन नहीं दी गई जिसकी वजह से उसे बिना पंच किए टिकटें सवारियों को वितरित करनी पड़ी।
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