हरियाणा के रेवाड़ी जिले की नगर परिषद के ऑफिस में घुसकर गाली-गलौज करने और अतिक्रमण हटाने पहुंची टीम के साथ बदसलूकी कर धमकी देने वाले पार्षद दलीप माटा के खिलाफ आखिरकार 4 दिन बाद FIR दर्ज हो ही गई। पुलिस की सख्ती देख पार्षद दलीप माटा 20 से ज्यादा पार्षदों को लेकर सिटी थाना भी पहुंचे, लेकिन उनका यह दबाव काम नहीं आया।
पार्षद दलीप माटा के खिलाफ 2 अलग-अलग शिकायतें दी गई थीं। एक शिकायत ऑफिस स्टॉफ और दूसरी शिकायत अतिक्रमण हटाने गए सफाई कर्मचारियों की तरफ से दी गई थी। दोनों में 10 शिकायतकर्ता हैं। पार्षद माटा के खिलाफ धारा सिटी पुलिस थाना में 186, 509, 506 के तहत केस दर्ज किया गया है। उनकी गिरफ्तारी किसी भी समय हो सकती है।
आरोप है कि 3 जून को पार्षद दलीप माटा ने नगर परिषद स्थित सचिव प्रवीण कुमार के ऑफिस में घुसकर न केवल गंदी-गंदी गालियां दीं, बल्कि धमकी भी दी। उस वक्त कार्यालय में महिला कर्मचारी भी थीं, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। इसके बाद दलीप माटा ने गोकुल गेट पर अतिक्रमण हटाने पहुंची नगर परिषद की टीम के साथ बदसलूकी करते हुए धमकी दी।
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इससे खफा कर्मचारियों ने शनिवार को सचिव को ज्ञापन सौंपकर दलीप माटा के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग की थी। साथ ही चेतावनी दी थी कि अगर 2 दिन में केस दर्ज नहीं हुआ तो हड़ताल करेंगे, लेकिन कोई एक्शन नहीं हुआ। इसीके विरोध में सोमवार की सुबह नगर परिषद के स्टॉफ समेत कर्मियों ने हड़ताल कर दी और परिषद में ही धरने पर बैठ गए।
काम नहीं आया दबाव
धरने पर बैठे कर्मचारियों को समझाने के लिए खुद डीएमसी भारत भूषण गोगिया पहुंचे थे। साथ ही सिटी थाना प्रभारी संजय भी मौजूद थे। उस वक्त कार्रवाई का आश्वासन देकर धरना समाप्त करा दिया गया था, लेकिन जैसे ही पार्षद माटा को पुलिस की सख्ती का पता चला तो वह दबाव की नीति के तहत 20 से ज्यादा पार्षदों के साथ सिटी थाना पहुंच गए। उनकी बात नहीं बनी और पुलिस ने माटा के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली।