साइबर थाना पुलिस ने केस दर्ज कर मामले में कार्रवाई शुरू कर दी है।
हरियाणा के रेवाड़ी जिले में एक किसान के साथ 46 लाख रुपए से ज्यादा की धोखाधड़ी हो गई। उसके खाते से शातिर व्यक्ति ने 10 साल पहले गुम हुए मोबाइल नंबर के जरिए ये नकदी निकाल ली। साइबर थाना पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।
मिली जानकारी के अनुसार, रेवाड़ी जिले के ओद्योगिक कस्बा बावल निवासी राजेन्द्र ने अपना खाता स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की शाखा में खुलवाया हुआ है। उसने बैंक से कोई एटीएम कार्ड नहीं बनवाया हुआ। वह रूटीन के तहत जब अपने खाते का बैंलेंस चैक करने गए तो उनके खाते से 46 लाख 1665 रुपए गायब मिले।
बैलेंस देखते ही उनके पैरों तले जमीन निकल गई। राजेन्द्र ने तुरंत बैंक में जाकर संपर्क किया तो पता चला कि उनके साथ फ्रॉड कर शातिर ने ये नकदी खाते से निकाली है। इसके बाद राजेन्द्र ने साइबर थाना पुलिस को शिकायत दी। पुलिस ने केस दर्ज कर खाते से संबंधित तमाम जानकारी जुटाने के बाद केस दर्ज कर लिया है।
10 साल पहले गुम हुई थी सिम, वही खाते से एड
राजेन्द्र ने फ्रॉड से संबंधित जानकारी जुटाई तो पता चला कि 10 साल पहले उनके द्वारा यूज किया जा रहा मोबाइल नंबर गायब हो गया था, जिसके बाद उन्होंने उस नंबर को दोबारा नहीं लिया। ये नंबर ही उसके बैंक खाते से एड था। संभवता इसी नंबर का प्रयोग कर शातिर ने उनके खाते से इतनी मोटी रकम गायब कर दी।
आधार कार्ड से निकलवाते थे पैस
राजेन्द्र ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि बैंक खाते में पुराना नंबर ही एड रहा, लेकिन इस नंबर के गुम होने की जानकारी उन्होंने बैंक में नही दी। साथ ही बैंक में नया ATM भी जारी करवाने के लिए कोई एप्लीकेशन नहीं दी। कुछ समय पहले उसने बैंक जाकर आधार नंबर से पैसे निकालने की परमिशन जरूर ली थी।
आधार कार्ड के जरिए ही वह समय-समय खाते से पैसे निकालते थे। पैसे निकालने गया तो उसवे अपना बैलेंस भी पूछ लिया। उसके बाद वह दंग रह गए, क्योंकि उनके खाते से 46 लाख से ज्यादा रुपए निकल चुके थे। राजेन्द्र का कहना है कि शातिर व्यक्ति ने 10 साल पहले गुम हुई सिम के जरिए ही उसके साथ धोखाधड़ी की है।
2 साल पहले बेची थी जमीन
राजेन्द्र के परिवार के मुताबकि 2 साल पहले उन्होंने लाखों रुपए की जमीन बेची थी। जमीन बेचने की एवेज में मिली इतनी मोटी रकम ही उन्होंने अपने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के खाते में डलवाई थी। आए दिन होने वाली धोखाधड़ी से बचने के लिए वह एटीएम कार्ड भी यूज नहीं करते थे, लेकिन शातिर ने अब पुराने नंबर का दुरुपयोग कर उनके साथ इतनी बड़ी धोखाधड़ी कर दी।