नई दिल्ली/कोलकाता1 मिनट पहले
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ये रेखा पात्रा हैं, जिन्हें भाजपा ने पश्चिम बंगाल के बशीरहाट से उम्मीदवार बनाया है। पिछली बार इस सीट से भाजपा के सायंतन बसु उम्मीदवार थे। 2019 लोकसभा चुनाव में बशीरहाट सीट से TMC की नुसरत जहां जीती थीं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार 26 मार्च को बशीरहाट की भाजपा उम्मीदवार रेखा पात्रा से बात की। मोदी ने रेखा को शक्ति स्वरूपा बताया। रेखा ने ही संदेशखाली में तृणमूल कांग्रेस (TMC) के नेताओं के यौन शोषण का मुद्दा उठाया था। काफी विवाद के बाद मुख्य आरोपी TMC नेता शाहजहां शेख को 29 फरवरी को गिरफ्तार किया गया था।
न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक मोदी ने रेखा पात्रा के चुनाव कैंपेन और उन्हें अपनी पार्टी की तरफ से दिए जा रहे समर्थन के बारे में भी जानकारी जुटाई।
एक थप्पड़ से भड़का आंदोलन, ED की रेड ने हिम्मत दी
संदेशखाली के सूत्र बताते हैं कि विक्टिम रेखा पात्रा ने उत्तम सरदार के थप्पड़ मारने वाली बात गांव में बताई तो लोग भड़क गए। उसी दिन तय किया कि अब बर्दाश्त नहीं करेंगे। आंदोलन की रणनीति बनी और संदेशखाली में शाहजहां शेख का विरोध शुरू हो गया।
ये वही वक्त था, जब राशन घोटाले की जांच कर रही प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम ने शाहजहां शेख के घर रेड डाली थी। ED शेख शाहजहां की तलाश कर रही थी और इधर उसके जुल्म से परेशान गांववालों का गुस्सा बढ़ रहा था। शाहजहां शेख के जुल्म बर्दाश्त कर रही महिलाएं सामने आने लगीं। बताया कि कैसे शेख और उसके लोगों ने उनकी जमीन कब्जा ली, ऑफिस में बुलाकर रेप किया।
टिकट के लिए शुभेंदु अधिकारी ने भेजा था रेखा पात्रा का नाम
जानकारी के मुताबिक टिकट के लिए गैंगरेप विक्टिम रेखा पात्रा का नाम भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी ने आगे किया था। हालांकि, एक और विक्टिम का नाम भी चल रहा था। इन्हीं महिलाओं ने शाहजहां शेख के लोगों पर रेप की कोशिश का आरोप लगाया था। संदेशखाली का मामला सामने के बाद शुभेंदु अधिकारी लगातार वहां जा रहे थे। उन्होंने विक्टिम महिलाओं से मुलाकात भी की थी।
संदेशखाली मामला क्या है, इसमें अब तक क्या-क्या हुआ?
पश्चिम बंगाल में सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) के तहत गेहूं और चावल की सप्लाई होनी थी। ED के अनुसार इसमें अनाज लोगों को न देकर बाजार में ऊंची कीमत पर बेच दिया गया। अनुमान है कि ये घोटाला करीब 10 हजाार करोड़ रुपए का है। इस घोटाले में कई TMC नेताओं के नाम सामने आए। ऐसा ही एक नाम है शाहजहां शेख।
5 जनवरी को ED ने नॉर्थ 24 परगना जिले के संदेशखाली में शाहजहां शेख के घर पर छापा मारा। उसके समर्थकों ने ED की टीम पर हमला कर दिया। शाहजहां फरार हो गया। मारपीट की घटना के बाद ED ने शाहजहां और उसके समर्थकों पर FIR दर्ज कराई थी।
घटना के लगभग एक माह बाद 8 फरवरी को संदेशखाली की कुछ महिलाओं ने शाहजहां शेख, उसके साथी शिबू हाजरा और उत्तम सरकार पर यौन शोषण करने के आरोप लगाए थे।
आरोप है कि महिलाओं और लड़कियों को आधी रात को शाहजहां शेख कभी भी उठवा लिया करता था। वो इन्हें रातभर रखता और सुबह छोड़ दिया करता था। TMC के ऑफिस में काम के बहाने इन महिलाओं को कई दिनों तक बंधक बनाकर रखा जाता था।
13 फरवरी को कलकत्ता हाईकोर्ट ने खुद से सुनवाई शुरू की। 26 फरवरी को हाईकोर्ट ने ममता सरकार को फटकार लगाते हुए कहा था कि शाहजहां को ED, CBI या पुलिस कोई भी गिरफ्तार कर सकती है। कोर्ट की फटकार के बाद पश्चिम बंगाल पुलिस ने 29 फरवरी को नॉर्थ 24 परगना जिले के मिनाखा एरिया के एक गेस्ट हाउस से शेख को रात को गिरफ्तार कर लिया।
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