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एस• के• मित्तल
सफीदों, शनिवार को यहां महाराजा जन्मेजय खेल स्टेडियम व मकबरा पीर के बीच एक पेड़ पर फंदे से झूलने का प्रयास कर रही महिला को लोगों द्वारा बचा लिया गया। इस महिला ने अपना नाम दीपा बताया है। उसने बताया कि वह सफीदों के रत्ताखेड़ा गांव में बिजेंद्र के साथ शादीशुदा है।
सफीदों, शनिवार को यहां महाराजा जन्मेजय खेल स्टेडियम व मकबरा पीर के बीच एक पेड़ पर फंदे से झूलने का प्रयास कर रही महिला को लोगों द्वारा बचा लिया गया। इस महिला ने अपना नाम दीपा बताया है। उसने बताया कि वह सफीदों के रत्ताखेड़ा गांव में बिजेंद्र के साथ शादीशुदा है।
वह जिला रोहतक के सुनारियां गांव की है। उसके मां बाप नहीं है। एक भाई है जो उसके चाचा के पास रहता है। उसका दो वर्ष का बेटा भी है। उसने बताया कि उसके ससुराल वालों ने उसका बेटा छीन लिया और उसे मारपीट कर 4 दिन पहले घर से निकाल दिया। तब से वह यहां भूखी-प्यासी अवस्था में मकबरा पीर के पास रह रही है। उसके पास मरने के सिवाए कोई रास्ता नहीं है और अब वह जी करके क्या करेगी। महिला को बचाने वाले इस कालोनी के निवासी एवं आरपीआई (अम्बेडकर) के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुनील गहलावत ने बताया कि उनके घर दो मेहमान महिलाएं बैठी थी कि किसी ने महिला द्वारा आत्महत्या का प्रयास करने की सूचना दी।
वह दोनों महिलाओं को साथ ले मौके पर गए और उस महिला को रोका। सुनील ने बताया कि महिला आठ-दस ईंटें नीचे रखकर उन पर चढ़कर पेड़ पर अपनी चुन्नी से फंदा बनाने के प्रयास में थी। उसे रोककर जीने को प्रेरित करके डायल 112 को सूचित किया गया। सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और उसे अपने साथ ले गई। सिटी थाना से बताया गया कि महिला को काउंसलिंग व आवश्यक कार्रवाई के लिए जींद ले जाया गया है।
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