हरियाणा: बच्चों, ताऊ और दादा, सबने मिलकर बजाई ताली और थाली, जानें, क्यों कर रहे विरोध

 

करनाल. हरियाणा के जिले करनाल के गांव कोहंड में ग्रामीणों ने सरकार व प्रशासन के खिलाफ थाली बजाओ धरना दिया. इस दौरान विधायक, सांसद व मुख्यमंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. ग्रामीणों व बच्चों ने नारे लगाए कि ‘पहले पुल बनवाएंगे, फिर स्कूल जाएंगे.’ ग्रामीणों का आरोप है कि दो साल से पुल निर्माण का काम बंद पड़ा है. बच्चों को दिल्ली-अंबाला रेललाइन क्रॉस करके स्कूल आना-जाना पड़ता है. हर समय हादसे का भय बना रहता है. ऐसे में बार-बार शिकायत के बाद सुनवाई न होने पर गांव के बच्चों से बुजुर्गों तक सभी धरने पर बैठ गए.

हरियाणा: बच्चों, ताऊ और दादा, सबने मिलकर बजाई ताली और थाली, जानें, क्यों कर रहे विरोध

रेलवे लाइन क्रॉस कर जाना होता है स्कूल
लोगों को कहना है कि जहां अंडर पास बन रहा है वो भी अभी निर्माणधीन है. थोड़ी सी बारिश होते ही पानी भर जाता है. कीचड़ जमा हो जाता है, जिससे बाइक, गाड़ी और पशुओं को आने जाने में दिक्कत होती है. ऐसे में बच्चों के लिए जाना और मुश्किल हो जाता है. वहीं, रेलवे ओवर ब्रिज का काम तो पहले से ही अधर में लटका हुआ है. स्कूली बच्चों ने बताया कि उन्हें रेलवे लाइन क्रॉस करके स्कूल जाना पड़ता है. हर समय हादसे का डर लगा रहता है. ऐसे में किसी भी समय हादसा हो सकता है. इस धरने पर बच्चे, ताऊ, बाबा सभी बैठे हैं.

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प्रशासन को जगाने के लिए
ग्रामीणों के अनुसार पुल में पानी भर जाता है, जो महीने भर तक खत्म नहीं हो पाता. जहां से स्कूल के बच्चे नहीं निकल सकते हैं. यही कारण है कि सभी ने मिलकर फैसला लिया है कि पुल निर्माण होने तक धरने पर रहेंगे और कथा पाठ किया करेंगे. लोगों के अनुसार उनका गांव इतिहास बनाने वाला गांव रहा है. 2009 में एक बच्चे का अपहरण हो गया था. जब प्रशासन व सरकार का सहयोग नहीं मिला तो फैसला लेकर एक भी वोट नहीं डाला गया था. हमारे गांव के युवाओं ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलों में नाम रोशन किया है. आज हमारे गांव की कोई बात रखने वाला नहीं है. यही कारण है कि सभी को धरने का रास्ता अपनाना पड़ा. ग्रामीण महिलाओं ने बताया कि दो साल से पुल के कारण बसें गांव में नहीं आ रही. ऐसे में सुबह बच्चों को स्कूल में छोड़ने के लिए गांव से बाहर जाते हैं और छुट्‌टी के समय उन्हें लेने के लिए जाते हैं. अब तक निर्माण बंद ही पड़ा है.

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