माता दरवाजा स्थित संकट मोचन मंदिर में महाशिवरात्रि पर्व श्रद्धा और उत्साह से मनाया।
माता दरवाजा स्थित संकट मोचन मंदिर में ब्रह्मलीन साध्वी गुरु मां गायत्री कृपा से फाल्गुन माह कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाने वाला महाशिवरात्रि पर्व शनिवार को श्रद्धा और उत्साह से मनाया। गद्दीनशीन साध्वी मानेश्वरी ने भक्तों संग शिवलिंग पर कच्चा दूध, शहद, भांग, धतूरा, दही, बादाम, गंगाजल, तुलसी व बेलपत्र, फल, फूल व मिठाइयां अर्पित कर विधिवत भगवान शिव भक्ति में डूबकर भजनों की लय के साथ शिवलिंग पर रुद्राभिषेक और जलाभिषेक किया।
महाशिवरात्रि पर्व: ‘भोले दी बारात चढ़ी गज-वज के सारेया ने’ भजनों पर झूमे भक्त
मंदिर परिसर ओम नमो: शिवाय, हर हर महादेव, जय भोले नाथ के जयकारों से गूंज उठा। इस अवसर पर मंदिर में प्रात: 9 बजे हवन, 10 बजे पंचामृत पूजन, सायं 4 बजे गद्दीनशीन साध्वी मानेश्वरी देवी की ओर से कीर्तन, प्रवचन और दोपहर 12 बजे व सायं 7 बजे भंडारे का आयोजन हुआ। यह जानकारी सचिव गुलशन भाटिया ने दी।
भक्तजन भोले दी बारात चढ़ी गज-वज के सारेया ने, खाले बाजरे की रोटी भोलेनाथ…, भोले मैं ना चलूंगी तेरे साथ… आया बाबा का त्याेहार आया, शिवरात्रि का त्याेहार आया, भोले नाथ की शादी है, हम तो नाचेंगे, हर-हर शंभू, शिवामय देवा, भक्ति गीतों पर गद्दीनशीन मानेश्वरी देवी व शिवभक्त भक्ति में नाचते-गाते और झूमते नजर आए।
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