विरेाध करने पर करते हैं बदसलूकी, चंडीगढ़, रोहतक से आने वाली बसों की है कहानी, बल्लभगढ़ से पलवल के लिए सवारी तक नहीं बैठाते।
रोडवेज चालकों की मनमानी से बल्लभगढ़ से पलवल आने जाने वाले यात्रियों को परेशानी हो रही है। रात के समय यात्री को बीच रास्ते में उतारने के लिए गाड़ी नहीं रोकते। इससे आए दिन विवाद होता रहता है। सबसे अधिक बुरा हाल चंडीगढ़, रोहतक और अन्य उत्तर हरियाणा से आने वाली बसों का है।
Apple ने iPadOS 16 की घोषणा की लेकिन इसका सबसे अच्छा फीचर सभी iPads में नहीं आ रहा है: सभी विवरण
यही नहीं इन बसों के चालक व कंडक्टर डिपो पर खड़ी करके यात्री को बैठाते तक नहीं। लोग दौड़ते हुए बसों में किसी तरह चढ़ते हैं। बस में बैठ भी गए तो पूरा किराया देने के बाद भी उन्हें रास्ते में नहीं उतारते। ताजा मामला सोमवार की देररात का है। चंडीगढ़ से आने वाली बस के चालक ने दो सवारियों को उतरने वाले स्थान से दो किलोमीटर दूर उतारा।
जानकारी के अनुसार चंडीगढ़ से पलवल को जाने वाली एचआर 55 एजे नंबर की बस रात करीब साढ़े नौ बजे बल्लभगढ़ पहुंची। सड़क पर खड़े यात्रियों ने दौड़कर बस में सवार हुए। दर्जनों यात्री व कई छूट भी गई। इसी बस में एक बुजुर्ग यात्री राम किशोर भी बैठा था। उसे सीकरी उतरना था। उसने चालक से उतारने के लिए बोला तो चालक गाड़ी नहीं रोकी और दो किलोमीटर दूर जाकर गदपुरी टोल पर उतारा। इसी तरह एक अन्य यात्री को अलावलपुर चौक उतरना था उसे पलवल बस स्टैंड पर जाकर उतारा। विरोध करने पर चालक बदसलूकी तक करने लगा। यह कहानी इस रोड पर अक्सर होती है। चालकों की मनमानी से रोडवेज को राजस्व को भी नुकसान हो रहा है। उधर जीएम रोडवेज एनके गर्ग का कहना है कि सभी चालकों को रास्ते में कहीं भी सवारियों को उतारने और बैठाने के आदेश हैं। यदि कोई चालक मनमानी करता है तो शिकायत मिलने पर उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।