एस• के• मित्तल
सफीदों, हिन्दू समाज मे बेटा पैदा होने पर ही आमतौर पर कुंआ पूजन की परंपरा है लेकिन सफीदों उपमंडल के गांव रोझला में इस परंपरा से हटकर बेटी के जन्म पर धूमधाम से कुंआ पूजन की रस्म अदा की गई तथा बेटे के जन्म की तरह से खुशी मनाई गई। इस मौके पर बज रहे ढोल की थाप पर परिवार के लोगों ने जमकर नृत्य किया।
बता दें कि गांव रोझला के तुसामड़ परिवार में बेटी का जन्म हुआ था। बेटी तृषा के जन्म के पर पिता यशलखन व माता ज्योति फूली नहीं समा रही थी। दोनों माता-पिता का कहना है कि कन्या इस सृष्टि का आधार है तथा हम सबकों को मिलकर इस आधार को मजबूत करना होगा। आज के दौर में बेटा-बेटी में कोई फर्क नहीं रह गया है। बेटियां भी पुरूषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर हर क्षेत्र में सफलतापूर्वक कार्य कर रही हैं। वे अपनी बेटी तृषा को किसी भी रूप में बेटों से कमतर नहीं रहने देंगे है। वे तृषा को बेटों की तरह से बेहतरीन शिक्षा-दीक्षा देकर उसका लालन पालन करेंगे। वहीं युवा भाजपा नेता शीशपाल तुसामड़ भी अपनी भतीजी के जन्म से काफी हर्षित हैं।
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