हरियाणा शिक्षा बोर्ड 12वीं क्लास की घोषित परीक्षा परिणाम में बेटियों ने बाजी मारी है। यहां के चार बच्चों ने जिला टॉप किया है। इनमें तीन बेटियां एमबीएल पब्लिक सीनियर सेकेंड्री स्कूल अटाली की छात्रा नेहा जिला टाॅपर बनी है।
जबकि सरस्वती शिशु सदन तिगांव के सौरभ दूसरे स्थान में टाॅप किया है। मुरारीलाल सीनियर सेकेंड्री स्कूल पल्ला नंबर तीन की छात्रा मोहिनी और अग्रवाल गर्ल्स सीनियर सेकेंड्री स्कूल बल्लभगढ़ की छात्रा तन्नू कुमारी तीसरे स्थान पर टाॅप किया है।
खास बात यह है कि चारों बच्चे निजी स्कूलों के विद्यार्थी हैं। सरकारी स्कूलों का एक भी बच्चा टॉपर की सूची में जगह नहीं बना पाया। हैरानी की बात यह है कि परीक्षा परिणाम के अनुसार फरीदाबाद प्रदेश में 20वें नंबर पर है। जबकि पलवल 21वें नंबर पर है। इस रिजल्ट से साफ है कि सरकारी स्कूलों में शैक्षणिक व्यवस्था बेहद खराब है।जिला शिक्षा अधिकारी का कहना है कि इस बात का पता लगाया जाएगा कि सरकारी स्कूलों का परिणाम संतोषजनक क्यांे नहीं आया। इन कमियों को दूर करने का प्रयास किया जाएगा।
वैज्ञानिक बनना चाहते हैं टॉपर
आईएएस, वैज्ञानिक व सीए बनना चाहते हैं टॉपर
जिला टाॅप करने वाली निशा आईएएस, दूसरा स्थान पाने वाले सौरभ वैज्ञानिक बनना चाहते हैं। जबकि जिला में तीसरा स्थान पाने वाली मोहिनी और तन्नु कुमारी सीए बनना चाहती हैं। यह चारों बच्चे नियमित रूप से घर पर 4 से 5 घंटे की पढ़ाई करते थे। घोषित रिजल्ट के अनुसार जिला टाॅपर निशा को 500 में से 493 अंक मिले हैं। जबकि दूसरे नंबर के टाॅपर सौरभ को 487 अंक मिले हैं। जबकि तीसरे नंबर पर आने वाली मोहिनी और तन्नू कुमारी को 486 अंक मिले हैं।
सीए बनना चाहती है तन्नू झा
परीक्षा में 13867 छात्र हुए शामिल 11730 पास
बोर्ड के अनुसार 12वीं क्लास की परीक्षा में फरीदाबाद से कुल 13867 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी थी। इनमंे 11730 परीक्षा पास हुए हैं। जबकि 1397 का कंपार्टमेंट आया है। प्रदेश में फरीदाबाद का रिजल्ट 84.59 फीसदी रहा है। शिक्षा विभाग के मुताबिक कुल 13867 विद्यार्थियों में 6801 छात्राएं और 7066 छात्र शामिल थे। छात्राओं का रिजल्ट 88.72 फीसदी जबकि छात्रों का रिजल्ट 80.61 फीसद आया है।
चार घंटे नियमित पढ़ाई कर मोहिनी ने जिला में पाया तीसरा स्थान
सरकारी स्कूलों के रिजल्ट की होगी समीक्षा
कार्यकारी जिला शिक्षा अधिकारी मुनीश चौधरी का कहना है कि सरकारी स्कूलों का रिजल्ट संतोषजनक क्यों नहीं आया, इसकी समीक्षा की जाएगी। जो कमियां होंगी उसे दूर किया जाएगा। उम्मीद है कि अगले वर्ष हम सरकारी स्कूलों का परिणाम बेहतर दे पाएं।